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मेरठ में हाइटेक रामलीला मंचन, उत्तराखंड से पहुंचे 45 कलाकार - Ramleela in Meerut - RAMLEELA IN MEERUT

रामलीला के राम हैं होटल मैनेजमेंट में MBA, सीता हैं मेकअप आर्टिस्ट, हनुमान डबल एमए-बीएड

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मेरठ में रामलीला का मंचन (photo credit- Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 7, 2024, 1:55 PM IST

मेरठ: शहर में इस बार हाइटेक ढंग से रामलीला का मंचन हो रहा है. सीता निजी जीवन में मेकअप आर्टिस्ट हैं, वहीं राम का किरदार निभाने वाले कलाकार ने होटल मैनेजमेंट में एमबीए किया है. हुनमान डबल एमए और बीएड हैं. जबकि कैकई कोरियोग्राफर हैं. कैंट इलाके में बीते लगभग 65 वर्ष से रामलीला का मंचन हो रहा है. इस बार अधिकतर कलाकार देवभूमि उत्तराखंड के हैं. हाईटेक तरीके से मेरठ में रामलीला का मंचन होता है. रामलीला के मंचन के लिए लगभग 45 कलाकार यहां आए हुए हैं.


ईटीवी भारत ने रामलीला मंचन के लिए आए कलाकारों से बात की. सीता का किरदार निभा रही मेघा भारद्वाज बताती हैं, कि वह मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी की रहने वाली हैं. उन्होंने बताया, कि वह दूसरी बार माता सीता का किरदार निभाने वाली है. इस रोल को निभाकर वह अभिभूत हैं, उन्हें हर कोई सम्मान की दृष्टि से देखता है.


रामलीला में श्रीराम का किरदार निभाने वाले सुनील गुसाई देवभूमि के रहने वाले हैं. वह बताते हैं कि 2013 से वह भगवान श्रीराम का किरदार निभाते आ रहे हैं. ग्रेजुएशन के पश्चात होटल मैनेजमेंट में उन्होंने एमबीए किया हुआ है. उत्तराखंड की अनेकों क्षेत्रीय फिल्मों में भी वह काम कर चुके हैं. भगवान श्रीराम उनके मन मस्तिष्क में बस गये हैं. श्रीराम के आदर्श जीवन जीना सिखाते हैं.

लक्ष्मण का रोल निभाने वाले करण नेगी अपने बारे में बताते हैं, कि वह एक यूट्यूबर है. उनकी आर्थिक हालात अच्छी नहीं थी, जिस वजह से वह ज्यादा पढ़ाई नहीं कर पाए. उन्होंने सिर्फ बारहवीं तक पढ़ाई की है.भले ही पढ़ाई उन्होंने कम की हो, लेकिन उन्होंने धार्मिक पुस्तकें पढ़कर अलग-अलग राज्यों में जाकर बतौर कलाकार काम किया है. वह कहते हैं, कि लक्ष्मण का किरदार बेहद ही अहम किरदार है. लक्ष्मण अपने भाई के प्रति समर्पित होते है जो कि उन्हें प्रभावित करती है. असल जीवन में भी वे लक्ष्मण जी के चरित्र को ढालने की कोशिश करते हैं. जब भी वह कहीं जाते हैं तो लोग उन्हें सम्मान देते हैं.

रामलीला के कलाकारों ने ईटीवी भारत से साझा किये अनुभव (video credit- Etv Bharat)

इसे भी पढ़े-वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के आंगन में रामलीला का मंचन, धनुष टूटते ही हर तरफ जय श्रीराम के नारों की गूंज - VARANASI NEWS


रामलीला के डायरेक्टर प्रीतम बताते हैं, कि वह डांस और ड्रामा के जरिए सभी प्रसंगों को हाइटेक तरीके से दिखाते हैं. वह रामलीला का मंचन बीस वर्ष से भी अधिक समय से कराते आ रहे हैं. उनकी यूनिट में लगभग 45 सदस्य हैं. सभी हर दिन अपने अपने किरदार को लेकर रेगुलर रिहर्सल करते हैं.

निकेतिका बताती हैं, कि वह मंथरा का रोल निभाती हैं, जब छोटी थीं तो हनुमान जी के बाल्यरूप का किरदार निभाती थीं, साथ ही कोरियोग्राफर हैं. डांस में उन्होंने एमए किया हुआ है. कोरियोग्राफर बनकर ही वे आगे भी अपनी पहचान बनाना चाहती हैं.

रामलीला में हनुमान का किरदार निभाने वाले गणेश उत्तराखंड के कोटद्वार के रहने वाले हैं. वह बताते हैं कि अनेकों बार वह अब तक हनुमान जी का किरदार निभा चुके हैं. वह कहते हैं कि उनके तो रोम रोम में श्रीराम जी की धुन बजती है. गणेश बताते हैं कि उन्होंने डबल एम ए किया हुआ है, उन्होंने कॉमर्स विषय में एम ए औऱ अर्थशास्त्र में एम किया है उसके अलावा बीएड भी किया हुआ है. गणेश मानते हैं कि उन्होंने धर्मग्रंथो का अध्ययन किया हैं वह कहते हैं कि इतना विज्ञान ने तरक्की नहीं की है जितने हमारे प्राचीन ग्रंथों में सदियों से वर्णित हैं.

यह भी पढ़े-प्रयागराज में सफेद ऐरावत हाथी पर बैठकर निकलीं माता सीता, लोगों ने उतारी आरती - Ram Baraat in Prayagraj

मेरठ: शहर में इस बार हाइटेक ढंग से रामलीला का मंचन हो रहा है. सीता निजी जीवन में मेकअप आर्टिस्ट हैं, वहीं राम का किरदार निभाने वाले कलाकार ने होटल मैनेजमेंट में एमबीए किया है. हुनमान डबल एमए और बीएड हैं. जबकि कैकई कोरियोग्राफर हैं. कैंट इलाके में बीते लगभग 65 वर्ष से रामलीला का मंचन हो रहा है. इस बार अधिकतर कलाकार देवभूमि उत्तराखंड के हैं. हाईटेक तरीके से मेरठ में रामलीला का मंचन होता है. रामलीला के मंचन के लिए लगभग 45 कलाकार यहां आए हुए हैं.


ईटीवी भारत ने रामलीला मंचन के लिए आए कलाकारों से बात की. सीता का किरदार निभा रही मेघा भारद्वाज बताती हैं, कि वह मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी की रहने वाली हैं. उन्होंने बताया, कि वह दूसरी बार माता सीता का किरदार निभाने वाली है. इस रोल को निभाकर वह अभिभूत हैं, उन्हें हर कोई सम्मान की दृष्टि से देखता है.


रामलीला में श्रीराम का किरदार निभाने वाले सुनील गुसाई देवभूमि के रहने वाले हैं. वह बताते हैं कि 2013 से वह भगवान श्रीराम का किरदार निभाते आ रहे हैं. ग्रेजुएशन के पश्चात होटल मैनेजमेंट में उन्होंने एमबीए किया हुआ है. उत्तराखंड की अनेकों क्षेत्रीय फिल्मों में भी वह काम कर चुके हैं. भगवान श्रीराम उनके मन मस्तिष्क में बस गये हैं. श्रीराम के आदर्श जीवन जीना सिखाते हैं.

लक्ष्मण का रोल निभाने वाले करण नेगी अपने बारे में बताते हैं, कि वह एक यूट्यूबर है. उनकी आर्थिक हालात अच्छी नहीं थी, जिस वजह से वह ज्यादा पढ़ाई नहीं कर पाए. उन्होंने सिर्फ बारहवीं तक पढ़ाई की है.भले ही पढ़ाई उन्होंने कम की हो, लेकिन उन्होंने धार्मिक पुस्तकें पढ़कर अलग-अलग राज्यों में जाकर बतौर कलाकार काम किया है. वह कहते हैं, कि लक्ष्मण का किरदार बेहद ही अहम किरदार है. लक्ष्मण अपने भाई के प्रति समर्पित होते है जो कि उन्हें प्रभावित करती है. असल जीवन में भी वे लक्ष्मण जी के चरित्र को ढालने की कोशिश करते हैं. जब भी वह कहीं जाते हैं तो लोग उन्हें सम्मान देते हैं.

रामलीला के कलाकारों ने ईटीवी भारत से साझा किये अनुभव (video credit- Etv Bharat)

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रामलीला के डायरेक्टर प्रीतम बताते हैं, कि वह डांस और ड्रामा के जरिए सभी प्रसंगों को हाइटेक तरीके से दिखाते हैं. वह रामलीला का मंचन बीस वर्ष से भी अधिक समय से कराते आ रहे हैं. उनकी यूनिट में लगभग 45 सदस्य हैं. सभी हर दिन अपने अपने किरदार को लेकर रेगुलर रिहर्सल करते हैं.

निकेतिका बताती हैं, कि वह मंथरा का रोल निभाती हैं, जब छोटी थीं तो हनुमान जी के बाल्यरूप का किरदार निभाती थीं, साथ ही कोरियोग्राफर हैं. डांस में उन्होंने एमए किया हुआ है. कोरियोग्राफर बनकर ही वे आगे भी अपनी पहचान बनाना चाहती हैं.

रामलीला में हनुमान का किरदार निभाने वाले गणेश उत्तराखंड के कोटद्वार के रहने वाले हैं. वह बताते हैं कि अनेकों बार वह अब तक हनुमान जी का किरदार निभा चुके हैं. वह कहते हैं कि उनके तो रोम रोम में श्रीराम जी की धुन बजती है. गणेश बताते हैं कि उन्होंने डबल एम ए किया हुआ है, उन्होंने कॉमर्स विषय में एम ए औऱ अर्थशास्त्र में एम किया है उसके अलावा बीएड भी किया हुआ है. गणेश मानते हैं कि उन्होंने धर्मग्रंथो का अध्ययन किया हैं वह कहते हैं कि इतना विज्ञान ने तरक्की नहीं की है जितने हमारे प्राचीन ग्रंथों में सदियों से वर्णित हैं.

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