बलरामपुर : रामानुजगंज में 12वीं बटालियन कैंप में शनिवार को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया. इस दौरान शहर की स्थानीय महिलाओं ने जवानों को राखी बांधी. सेना में सेवा देने वाले जवान अपने घर-परिवार से दूर रहते हैं. ऐसे में वे किसी भी त्योहार को अपने परिजनों के संग नहीं मना पाते. इसलिए रक्षाबंधन के मौके पर शहर की महिलाओं ने जवानों की कलाइयों पर राखियां बांधी. बहनों से राखी बंधवाते जवानों के साथ ही महिलाओं में रक्षाबंधन त्योहार को लेकर उत्साह देखने को मिला.
जवानों को राखी बांधने की परंपरा : 12वीं बटालियन कैंप में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम को लेकर कमांडेंट दर्शन सिंह मरावी ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा, "यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है कि इंडियन आर्मी में, पैरामिलिट्री फोर्स कैंप में, पुलिस स्टेशन में और जेल में बहनें जाती हैं और बाइयों को राखियां बांधती हैं. राखी बांधकर हमारा हौसला अफजाई करती हैं.
"बहनें राखी बांधकर हमारी कलाई को मजबूत करती हैं. हम जहां भी सुरक्षा में खड़े रहें, पूरी मजबूती से अंतिम सांस तक अन्याय के खिलाफ लड़ें, यह संदेश देती हैं." - दर्शन सिंह मरावी, कमांडेंट, 12 वीं वाहिनी बटालियन कैंप
बहनों ने जवानों को बांधा रक्षासूत्र : रक्षाबंधन कार्यक्रम के संबंध में मंडल अध्यक्ष शर्मीला गुप्ता ने बताया, "हर साल की तरह इस बार भी हमने बारहवीं बटालियन कैंप में रक्षाबंधन कार्यक्रम रखा है. हमारे बटालियन के भाई जो दिन-रात हमारी सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं. हमारे भाई अपने घर-परिवार के पास नहीं जा पा रहे हैं तो हमने उनके कलाईयों पर रक्षासूत्र बांध कर उनके सुरक्षित रहने की कामना की है."
रामानुजगंज में स्थित 12वीं वाहिनी बटालियन कैंप में रहने वाले जवानों की कलाइयों पर शहर की स्थानीय महिलाओं ने रक्षासूत्र बांधा है. ये जवान अपने घर-परिवार से दूर सीमाओं पर देश के लोगों की रक्षा करते हैं. हालात, मौसम केसे भी हो, जवान ड्यूटी में सदैव तत्पर रहते हैं. इस वजह से वे कई त्योहारों में घर भी नहीं जा पाते. ऐसे में शहर की महिलाओं का बटालियन कैम्प जाकर जवानों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधना एक मिसाल है.