जयपुर. कांग्रेस के थिंक टैंक सैम पित्रोदा के बाद अब कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता मणि शंकर के बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है. मणि शंकर के बयान पर भाजपा ने निशाना साधा. राज्यसभा सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने कांग्रेस नेता अय्यर के राष्ट्र विरोधी बयान और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के खिलाफ दिए गए बयान पर पलटवार किया.
घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए खास रणनीति के तहत मणि शंकर अय्यर और सैम पित्रोदा जैसे लोगों को अपना प्रमुख प्रवक्ता बनाया है. ये प्रवक्ता भारत को तोड़ने और कमजोर करने वाले बयान देते हैं. वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान को मजबूत राष्ट्र बताकर भारत को ही धमकाने का काम करते हैं. इन प्रवक्ताओं का मकसद विभाजनकारी ताकतों को प्रोत्साहित करके वोट बटोरना है.
विभाजनकारी एजेंडे के लिए काम : राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि कांग्रेस सैम पित्रोदा और मणि शंकर अय्यर जैसे लोगों को अपने विभाजनकारी एजेंडे के लिए काम में लेती है. इन नेताओं की मदद से कांग्रेस पाकिस्तान को मजबूत बताकर देश में अल्पसंख्यक वोट बैंक को मजबूत करती है. ये सब एक दिन में अचानक नहीं होता, बल्कि ये एक सोची समझी रणनीति के तहत किया जाता है. इसके बाद जैसे ही इन बयानों पर देश में विरोध होता है तो कांग्रेस खुद को इन बयानों से दूर रखकर किनारा कर लेती है. इन दोनों प्रवक्ताओं का वक्तव्य कांग्रेस पार्टी की वास्तविकता का प्रदर्शन करते हैं. तिवाड़ी ने कहा कि मणि शंकर अय्यर ने बयान दिया है कि इनके बयान देश और राष्ट्रहित के खिलाफ हैं. इससे साफ है कि कांग्रेस विभाजनकारी नीतियों को प्रोत्साहित कर पाकिस्तान को मजबूत करके अल्पसंख्यक वोट हासिल करना चाहती है.
हताशा और खुन्नस से ज्यादा कुछ भी नहीं : घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर जो बयान दिया है वह गहलोत की हताशा और खुन्नस से ज्यादा कुछ भी नहीं है. राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ देश में लोकमत परिष्कार का काम कर रही है और निःस्वार्थ भाव से किया गया यह काम अपने आप में बड़ा काम है. तिवाड़ी ने कहा कि अशोक गहलोत की यह खीज और हताशा साफ दर्शाती है कि उनका बेटा वैभव गहलोत चुनाव हार रहा है.
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने गहलोत को सम्मान नहीं दिया. जब वे रायबरेली राहुल गांधी के नामांकन में जा रहे थे तो कांग्रेस ने उन्हें वापिस बुलाकर अमेठी भेज दिया. खुद के घर के झगड़े का गुस्सा भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में अनर्गल बयान देकर उतार रहे हैं. मोदी की गारंटी केवल एक व्यक्ति की गारंटी नहीं है, बल्कि भाजपा के एक सामान्य कार्यकर्ता की गारंटी है. आज बूथ मैनेजमेंट के मामले में भाजपा को कोई सानी नहीं है. कांग्रेस पार्टी के लोगों ने पहले राउंड में अपनी पराजय पहले ही मान ली थी. इसलिए कांग्रेस पार्टी के लोग मतदान करने नहीं आए. कांग्रेस के पोलिंग बूथ खाली रहे और भाजपा के प्रत्येक बूथ पर पूरा मतदान हुआ. चुनाव परिणाम आने पर तस्वीर साफ होगी और यह स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा प्रचंड बहुमत से सत्ता में आएगी. वहीं, कांग्रेस पार्टी को लोकसभा में मान्यता प्राप्त विपक्षी दल जितनी सीटें भी नहीं मिलेंगी.