जयपुर. राजीव गांधी युवा मित्रों के मामले पर अब सियासी बवाल शुरू हो गया है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट राजीव गांधी युवा मित्रों के धरने में शामिल हुए और प्रदेश की भजनलाल सरकार पर युवा विरोधी होने का आरोप लगाया. पायलट के इस आरोप पर बीजेपी ने कड़े शब्दों में आपत्ति दर्ज कराई. पायलट के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकारी धन की लूट को बंद किया, तो उनके पेट में मरोड़े चलने लगे. पायलट को युवाओं के बेरोजगार भत्ते के लिए भी पदयात्रा करनी चाहिए थी. अब जब जनता ने उन्हें पूरी तरह से नकार दिया, तो दिखावा करने में लगे हैं.
पेट में चलने लगे मरोड़े: पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकर्ताओं को राजीव गांधी युवा मित्रों के तौर पर लगाया. सरकार के खजाने से पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को चुनावी मैदान में उतारा. इससे बड़ा कोई दुर्भाग्य नहीं हो सकता. सरकारी धन की लूट चल रही थी. अब भजनलाल सरकार ने उस लूट को बंद किया, तो पेट में मरोड़े आने शुरू हो गए. राजस्थान की राजनीति में पहली बार हुआ कि सरकार ने नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया.
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उनको कांग्रेस का घोषणा पत्र देकर वोट मांगने के लिए भेजा गया. उन नौजवानों को सपना दिखाया कि उनकी सरकार फिर से आएगी, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया. राठौड़ ने कहा कि सचिन पायलट जो दोषारोपण भाजपा सरकार पर कर रहे हैं, वह उनकी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार के ऊपर है. वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पायलट पर तंज करते हुए कहा कि अच्छा होता जब युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला, तो उनको धरने पर बैठना चाहिए था. पेपर लीक प्रकरण को लेकर जब पायलट ने पदयात्रा की, तो उस वक्त युवाओं के बेरोजगार भत्ते को लेकर भी पदयात्रा करनी चाहिए थी.