जयपुर. राजस्थान रेलवे फाटक मुक्त होगा. इसको लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को घोषणा की. इस घोषणा को अमलीजामा पहनाने की दिशा में काम भी शुरू हो गया है. दिन में हुई घोषणा पर देर रात मंथन हुआ. गडकरी के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बैठक में इस दिशा में रोडमैप तैयार किया गया. बैठक में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी के साथ प्रदेश के आर्थिक विकास को रफ्तार देने पर चर्चा हुई.
इन बिंदुओं पर हुई चर्चा : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार की मंशा राजस्थान को राजमार्गों और सड़कों के नेटवर्क के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में लाने की है, ताकि बेहतर सड़क कनेक्टिविटी से प्रदेश की आर्थिक और औद्योगिक विकास को रफ्तार मिल सके. इस पर केन्द्रीय मंत्री ने आश्वस्त किया कि केन्द्र सरकार प्रदेश में मजबूत सड़क तंत्र के विकास के लिए हर प्रकार से मदद करेगी. केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी की ओर से दिए गए सुझाव के अनुरूप रेलवे फाटकों पर आरओबी के साथ आरयूबी का निर्माण कर प्रदेश को रेलवे फाटक मुक्त बनाने का रोडमैप तैयार करने की दिशा में बैठक में विचार-विमर्श हुआ.
केन्द्रीय मंत्री की ओर से जयपुर रिंग रोड के द्वितीय चरण के लिए पांच हजार करोड़ रुपये की मंजूरी के घोषणा के बाद रिंग रोड के कार्य को शीघ्र ही अमलीजामा पहनाने के बारे में भी बैठक में निर्देश किए गए. प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास और विस्तार, इलेक्ट्रिक बसों के संचालन, केन्द्रीय सड़क एवं आधारभूत ढांचा कोष (सीआरआईएफ) के अंतर्गत सड़कों के नए प्रस्ताव भिजवाने और पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से रोपवे निर्माण की संभावनाओं के बारे में भी बैठक में चर्चा हुई.
ये रहे मौजूद : बैठक में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचन्द बैरवा, सांसद सी.पी. जोशी, मुख्य सचिव सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव (सार्वजनिक निर्माण) संदीप वर्मा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोरा सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे. इससे पहले मुख्यमंत्री ने गडकरी का साफा पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया एवं राममंदिर की प्रतिकृति भेंट की.