उदयपुर. प्रदेश में लोकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार का शोर थमने वाला है. बुधवार को उदयपुर में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से कांग्रेस सरकार पर सवाल खड़े किए. मेघवाल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति करती है. इसका चेहरा जनता के बीच अब सामने आया है.
राहुल गांधी और कांग्रेस पर उठाए सवाल : मेघवाल बुधवार को उदयपुर में भाजपा प्रत्याशी मन्नालाल रावत के समर्थन में सभा करने पहुंचे थे. उदयपुर शहर भाजपा कार्यालय पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लीडर राहुल गांधी ने एक सभा में कहा कि अगर हम सत्ता में आते हैं तो एक इंस्टीट्यूट का गठन करेंगे. इस इंस्टीट्यूट के माध्यम से पूरे देश के नागरिकों का सर्वे करवाया जाएगा. राहुल गांधी सर्वे से ये पता करेंगे कि देश के लोगों की घर में कितनी संपत्ति है. इसका पता लगाने के बाद संपत्ति एक विशेष वर्ग को दिया जाएगा.
मनमोहन सिंह से दिलवाया गया स्टेटमेंट : मेघवाल ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से एक स्टेटमेंट भी दिलवाया गया. यह तुष्टीकरण से जुड़ा हुआ स्टेटमेंट था. यह स्टेटमेंट मनमोहन सिंह से इसलिए दिलवाया गया, क्योंकि 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत का आंकड़ा नहीं मिला था. भाजपा भी कांग्रेस के नजदीक थी. हालांकि, कांग्रेस को इसके बाद अन्य दलों ने समर्थन किया और 2004 में यूपीए की सरकार बनी और मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया गया. इसके बाद मेघवाल ने कहा कि एक थिंक टैंक का गठन किया गया. इस थिंक टैंक में कांग्रेस पार्टी के सामने यह विषय आया कि मुसलमान कांग्रेस से क्यों दूर जा रहे हैं? कांग्रेस का वोटर अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के पास कैसे गया? उन्होंने कहा कि एक बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से यह बुलवाया गया कि देश में पहला हक मुसलमान का है. तत्कालीन प्रधानमंत्री से इस तरह का बयान इसलिए बुलवाया गया, ताकि मुस्लिम कांग्रेस के प्रति आकर्षित हो सकें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी बात का जिक्र किया है. मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सभा में कहा कि यह लोग एक समाज से मंगलसूत्र लेकर, दूसरे को बांट देंगे. कांग्रेस का घोषणा पत्र तुष्टिकरण का है.