जयपुर. ईडी मामलों की विशेष अदालत ने जल जीवन मिशन घोटाले से जुड़े मामले में आरोपी संजय बड़ाया को 30 जुलाई तक जेल भेज दिया है. वहीं, अदालत ने जेल प्रशासन को कहा है कि वह आरोपी को मेडिकल सुविधा मुहैया कराए. अदालत ने आरोपी के उस प्रार्थना पत्र को भी रिकॉर्ड पर लिया है, जिसमें आरोपी ने ईडी पर डरा-धमकाकर खाली कागजों पर हस्ताक्षर कराने का आरोप लगाया है.
रिमांड अवधि पूरी होने पर ईडी ने आरोपी संजय बड़ाया को अदालत में पेश किया. ईडी ने अदालत से आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने के लिए कहा. वहीं, इस दौरान आरोपी की ओर से कोर्ट में दो प्रार्थना पत्र पेश किए. प्रार्थना पत्र में कहा कि उसका न्यूरोलॉजिस्ट से इलाज चल रहा है, इसलिए जेल प्रशासन को निर्देश दिया जाए कि वह उसे मेडिकल सुविधा मुहैया कराए, अन्यथा उसका जीवन ही संकट में आ जाएगा.
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जबकि दूसरे प्रार्थना पत्र में उसे डरा-धमका कर खाली पेपर पर हस्ताक्षर कराने का आरोप लगाया गया. इस पर अदालत ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजते हुए उसे मेडिकल सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया. गौरतलब है कि जल जीवन मिशन घोटाले के इस मामले में ईडी ने संजय बड़ाया को मंगलवार को गिरफ्तार किया था. विशेष न्यायालय ने उसे पूछताछ के लिए पूर्व में ईडी को रिमांड पर दिया था.