राजनांदगांव: स्कूली बच्चों को मॉडल बनाने के लिए प्रोत्साहित करने शहर के वेस्लेयन इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य ने "राफेल लड़ाकू विमान" का मॉडल बनाया है. उन्होंने इसके लिए कुछ कबाड़ मटेरियल के साथ ही अन्य वस्तुओं का उपयोग करते हुए इस मॉडल को तैयार किया है. ये विमान स्कूल परिसर में आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है.
स्कूल के प्राचार्य ने तैयार किया राफेल लड़ाकू विमान का मॉडल: दरअसल, राजनांदगांव शहर के वेस्लेयन इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल में रविवार को "राफेल लड़ाकू विमान" का मॉडल स्थापित किया गया है. इस मॉडल को किसी इंजीनियर या स्कूली बच्चों ने नहीं बल्कि स्कूल के प्राचार्य अजीत स्कॉट ने स्वयं बनाया है. इस मॉडल को बनाने में स्कूल के लैब असिस्टेंट विनोद पाटले और कारपेंटर अशोक वर्मा ने उनकी सहायता की है. स्कूल परिसर में स्थापित "राफेल लड़ाकू विमान" यहां आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है. लोग इस विमान को देखने पहुंच रहे हैं.
स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए इस राफेल मॉडल को बनाया गया है. इसको बनाने के लिए इसमें हार्ड पीवीसी, एसीपी मटेरियल, बच्चों की साइकिल में लगने वाली सपोर्ट टायर, पानी के खाली जार, एलइडी लाइट आदि का उपयोग किया गया है. मुझे बचपन से ऐसे मॉडल को बनाने का शौक रहा है, इसलिए इस मॉडल को हमने तैयार किया है. -अजीत स्कॉट, प्राचार्य, वेस्लेयन इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल
6 माह में तैयार हुआ विमान: प्राचार्य की ओर से राफेल लड़ाकू विमान को लेकर गहरे अध्ययन के बाद 3D इमेज के जरिए इस मॉडल को तैयार किया गया है. लगभग 130 किलो वजनी इस मॉडल को बनाने में 6 माह का वक्त लगा है. लोगों के लिए आकर्षक और हूबहू राफेल के इस मॉडल को बनाने में लगभग 80 हजार रुपए का खर्च आया है. यह विमान पूरी तरह से वाटरफ्रूफ भी है, इसलिए इसे जमीन से लगभग 12 फीट उपर खुले स्थान में लगाया गया है. एक बोर्ड के जरिए राफेल के संबंध में यहां जानकारी दी गई है, ताकि लोग इसके बारे में बोर्ड में पढ़कर जान सकें.