चमोली: राष्ट्रीय पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के तहत 3 मार्च को जिले के 603 बूथों पर शून्य से 5 साल तक के 38,335 बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण खुराक पिलाई जाएगी. 4 और 5 मार्च को छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो खुराक दी जाएगी. पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के सफल संचालन एवं आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक ली.
अपर जिलाधिकारी ने कहा शून्य से 5 साल तक का कोई भी बच्चा पोलियो प्रतिरक्षण खुराक से वंचित ना रहे, इसके लिए सभी की सहभागिता जरूरी है. उन्होंने शिक्षा, समाज कल्याण, बाल विकास, ऊर्जा, परिवहन, पुलिस आदि विभागों सहित स्वयंसेवी संस्थाओं को भी राष्ट्रीय महत्व के इस अभियान में अपना सहयोग करने को कहा. अधिकारियों को ग्राम प्रधानों एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर तक पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम का घर-घर तक व्यापक प्रचार प्रसार कराने को कहा. जिन स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं पंचायत भवनों को पोलिया बूथ बनाया गया है. उनको 3 मार्च को खुला रखते हुए वहां आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
अपर जिलाधिकारी ने कहा एनएच, बीआरओ, टीएचडीसी, एनटीपीसी एवं अन्य निर्माण कार्यो में लगे मजदूरों के बच्चों तक भी पोलियो खुराक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाये.मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया पोलियो खुराक पिलाने के लिए 5 ट्रान्सिट बूथों सहित कुल 608 पोलियो प्रतिरक्षण बूथ बनाए गए हैं. इन बूथों में 3 मार्च को 38,335 बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अभियान की सफल संचालन के लिए 238 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है. बूथों पर 2432 स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. प्रमुख स्टेशन कर्णप्रयाग, थराली, जोशीमठ, चमोली तथा गोपेश्वर में ट्रांजिट टीम रखी जाएगी.