कोटा. वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी (VMOU) कोटा इस साल प्री टीचर एजुकेशन टेस्ट (PTET) का आयोजन रिविवार को राजस्थान के 33 जिलों में किया है. परीक्षा सुबह 11:00 से दोपहर 2:00 बजे तक आयोजित की गई, जिसके लिए सुबह 10:00 बजे तक अभ्यर्थियों को एंट्री दी गई थी. कुछ अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पहुंचने में देरी हो गई. ऐसे में कई जगह पर तो उन्हें एंट्री मिल गई, लेकिन कई जगह पर उन्हें बैरंग लौटना पड़ा है.
पीटीईटी 2024 के कोऑर्डिनेटर डॉ. आलोक चौहान का कहना है कि बीएड और बैचलर व बीएड इंटीग्रेटेड प्रोग्राम के लिए शांतिपूर्वक परीक्षा संपन्न हुई है. कहीं से भी किसी तरह की कोई गड़बड़ी की शिकायत नहीं आई है. इस परीक्षा के लिए 1055 केंद्र बनाए थे, जिनमें चार लाख 28 हजार 242 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड थे. इनमें से 88.52 फीसदी 3 लाख 79 हजार 93 विद्यार्थियों ने कैंडिडेट ने एक्जाम दिया है.
इसमें दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम के लिए 681 केदो पर परीक्षा हुई थी, जहां पर 274391 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड थे. जिनमें 89.15 फीसदी 242730 एग्जाम देने पहुंचे. इसी तरह से 4 वर्षीय बैचलर व बीएड इंटीग्रेटेड प्रोग्राम के लिए 374 केंद्र पर 153851 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड थे, जिनमें से 88.18 फीसदी 135363 एग्जाम देने पहुंचे.
डॉ. चौहान ने बताया कि सर्वाधिक परीक्षा केंद्र जयपुर जिले में 112 बनाए गए थे. इसके अलावा सबसे ज्यादा उपस्थित बांसवाड़ा जिले में 92 फीसदी रही है. जबकि 2 वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम में सर्वाधिक उपस्थित 84 फीसदी चित्तौड़गढ़ जिले में रही. इसी तरह से 4 वर्षीय बैचलर बीएड इंटीग्रेटेड प्रोग्राम में सर्वाधिक उपस्थित 83 फीसदी जालोर जिले में रही है.
संवेदनशील परीक्षा केंद्र पर क्यूआर कोड से मिली एंट्री : वीएमओयू के कुलपति प्रोफेसर कैलाश सोडाणी ने कहा कि परीक्षा कार्य में लगी टीमें अपना कार्य काफी अनुशासित ढंग से करती रहीं और परीक्षा केन्द्रों पर शुचिता बनी रही है. परीक्षा के सह-समन्वयक डॉ. सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने बताया कि सभी केंद्र पर प्रशासन और पुलिस की कड़ी चौकसी रही है. संवेदनशील केंद्र पर अभ्यर्थियों को क्यूआर कोड स्कैन करके व बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर प्रवेश दिया गया. सख्ती के चलते किसी दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने की सूचना पूरे राज्य से नहीं आई. खुला विश्वविद्यालय में बने कंट्रोल रूम से पूरे राज्य की निगरानी की गई. हर केंद्र से पल पल की जानकारी मिलती रही.