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जलदाय विभाग की ऐतिहासिक धरोहर के साथ छेड़छाड़ का विरोध, बैकफुट पर आया प्रशासन, लिखित में दिया आश्वासन - PHED Workers Protest

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

Historical heritage of PHED : जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने विभाग की ऐतिहासिक धरोहर के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए विरोध जताया. इसके बाद जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने इस संबंध में लिखित में आश्वासन दिया. तब जाकर धरना समाप्त हुआ.

जलदाय विभाग के कर्मचारियों का विरोध
जलदाय विभाग के कर्मचारियों का विरोध (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर : प्रांतीय नल मजदूर यूनियन इंटक के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत के नेतृत्व में मंगलवार शाम को जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने विभाग की ऐतिहासिक धरोहर के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए विरोध जताया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अमानीशाह पंप हाउस और यहां रखी ब्रिटिश कालीन मोटर के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. कर्मचारियों के विरोध के बाद जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बैकफुट पर आया और इस संबंध में लिखित में आश्वासन दिया कि जलदाय विभाग की ऐतिहासिक धरोहर के साथ किसी भी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.

प्रदेश अध्यक्ष शेखावत ने कहा कि ऐतिहासिक इमारतों के साथ छेड़छाड़ से कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है. उन्होंने आरोप लगाया कि पंप हाउस में ऐतिहासिक धरोहर के साथ छेड़छाड़ कर जेडीए की ओर से कैफे का निर्माण किया जा रहा है. इंटक ने चेतावनी दी कि कैफे के अवैध निर्माण को तुरंत रोका जाए नहीं तो विभाग के कर्मचारी प्रदेश व्यापी आंदोलन करंगे. संजय सिंह शेखावत और जिला अध्यक्ष ताराचन्द सैनी, कार्यवाहक अध्यक्ष केदार शर्मा, संरक्षक जे.पी शर्मा सहित अन्य कर्मचारियों ने अधिक्षण अभियंता रामवतार सैनी, अधिशाषी अभियंता दीपक शर्मा, सहायक अभियंता निशांत प्रकाश को मौके पर बुलाकर पूरे मामले से अवगत कराया.

इसे भी पढ़ें. एयरपोर्ट निर्माण के लिए राव सूरजमल हाड़ा की 600 साल पुरानी छतरी को किया ध्वस्त, विरोध के बाद KDA के 3 कार्मिक निलंबित

लिखित में दिया आश्वासन : पंप हाउस में अवैध कैफे के निर्माण व ऐतिहासिक धरोहर के साथ छेड़छाड़ के विरोध के बाद पीएचईडी विभाग बैकफुट पर आया और इस पूरे मामले में लिखित में आश्वासन दिया. अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता ने लिखित में आश्वासन दिया कि अमानीशाह पंप हाउस के मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ नहीं होगी. जो नुकसान हुआ है, उसको लेकर जयपुर विकास प्राधिकरण से अधिकृत फर्म को पुनः उसे स्थापित किया जायगा. उचित निर्णय होने तक कैफे के कार्य पर प्रतिबंध भी लगाया गया. जलदाय कर्मचारी टीकमचंद के साथ अभद्र व्यवहार के मामले में विभाग ने कैफे संचालक के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया गया है.

इंटक के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत के नेतृत्व जलदाय कर्मचारियों ने पानीपेच स्थित नाला अमानीशाह (बर्ड पार्क) में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि जलदाय विभाग की ऐतिहासिक मशीनरी व पम्पिंग स्टेशन के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. यहां स्थित मोटर ब्रिटिश काल से स्थापित है. सन 1891 में सवाई मानसिंह द्वितीय ने इंग्लैंड से इस मशीनरी को जयपुर वासियों के लिए जल सप्लाई के लिए लगवाया गया था.

जयपुर : प्रांतीय नल मजदूर यूनियन इंटक के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत के नेतृत्व में मंगलवार शाम को जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने विभाग की ऐतिहासिक धरोहर के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए विरोध जताया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अमानीशाह पंप हाउस और यहां रखी ब्रिटिश कालीन मोटर के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. कर्मचारियों के विरोध के बाद जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बैकफुट पर आया और इस संबंध में लिखित में आश्वासन दिया कि जलदाय विभाग की ऐतिहासिक धरोहर के साथ किसी भी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.

प्रदेश अध्यक्ष शेखावत ने कहा कि ऐतिहासिक इमारतों के साथ छेड़छाड़ से कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है. उन्होंने आरोप लगाया कि पंप हाउस में ऐतिहासिक धरोहर के साथ छेड़छाड़ कर जेडीए की ओर से कैफे का निर्माण किया जा रहा है. इंटक ने चेतावनी दी कि कैफे के अवैध निर्माण को तुरंत रोका जाए नहीं तो विभाग के कर्मचारी प्रदेश व्यापी आंदोलन करंगे. संजय सिंह शेखावत और जिला अध्यक्ष ताराचन्द सैनी, कार्यवाहक अध्यक्ष केदार शर्मा, संरक्षक जे.पी शर्मा सहित अन्य कर्मचारियों ने अधिक्षण अभियंता रामवतार सैनी, अधिशाषी अभियंता दीपक शर्मा, सहायक अभियंता निशांत प्रकाश को मौके पर बुलाकर पूरे मामले से अवगत कराया.

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इंटक के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत के नेतृत्व जलदाय कर्मचारियों ने पानीपेच स्थित नाला अमानीशाह (बर्ड पार्क) में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि जलदाय विभाग की ऐतिहासिक मशीनरी व पम्पिंग स्टेशन के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. यहां स्थित मोटर ब्रिटिश काल से स्थापित है. सन 1891 में सवाई मानसिंह द्वितीय ने इंग्लैंड से इस मशीनरी को जयपुर वासियों के लिए जल सप्लाई के लिए लगवाया गया था.

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