नई दिल्ली: जलवायु परिवर्तन भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक समस्या है. इसके लिए कहीं न कहीं इंसान ही जिम्मेदार है. इसके कारण आज इंसान परेशान है. गर्मी में भीषण गर्मी और सर्दी में कड़के की सर्दी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. क्लाइमेट चेंज और पर्यावरण संतुलन के लिए लोगों का जागरूक होना बहुत आवश्यक है. इसी उद्देश्य से नेशनल जूलॉजिकल पार्क दिल्ली में विभिन्न स्कूलों के बच्चों को विभिन्न गतिविधियों के जरिए पर्यावरण के महत्व को समझाया जा रहा है. यह प्रोग्राम नेशनल म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है.
22 मई को बायोडायवर्सिटी डे से बच्चों को शिक्षित करने का यह कार्यक्रम चल रहा है, जो 5 जून को वर्ल्ड एनवायरमेंट डे तक चलेगा. नेशनल जूलॉजिकल पार्क के डायरेक्टर डॉ संजीत कुमार ने बताया कि पर्यावरण और जानवरों के प्रति बच्चों में लगाव को और बढ़ाने के लिए यह प्रोग्राम चलाया जा रहा है. पर्यावरण संतुलन की गंभीरता को सभी को समझाना होगा. बच्चों को देश के विभिन्न हिस्सों से विशेषज्ञ ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से जागरूक कर रहे हैं. इसके साथ ही बच्चों के जरिए समाज को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.
समर वेकेशन प्रोग्राम में ओरिएंटेशन, आर्ट एंड क्राफ्ट एक्टिविटी, फोटोग्राफी ऑफ जू एनिमल्स, हेरिटेज वॉक, मोमेंट इन साइड नेशनल जूलॉजिकल पार्क एंड ओल्ड फोर्ट विजिट, स्लोगन राइटिंग ऑन डिजरटिफिकेशन, डेजर्ट एनिमल्स एंड प्लांट्स समेत कई गतिविधियां कराई गई है. दिल्ली एनसीआर के स्कूलों से बच्चों ने इस प्रोग्राम में भाग लिया है. इस बार की थीम है, जमीन का कैसे उद्धार किया जा सकता है. जमीन की उर्वरा शक्ति खत्म होने से क्या-क्या प्रभाव पर्यावरण पर पड़ रहा है. यह सब बच्चों को भी बताया जा रहा है.
शिक्षक आसिमा ने बताया कि उन्होंने बच्चों को पेड़ पौधों और फूल के महत्व को बताया. अक्सर लोग फूल पौधे तोड़ लेते हैं. उन्होंने बच्चों को पेपर के जरिए आकर्षक फूल, पौधे आदि बनाना सिखाया. साथ ही फूलों व पेड़ पौधों को न तोड़ने की अपील की. वहीं, छात्रा शौम्या शर्मा ने कहा कि हम सभी को अपने एनवायरनमेंट को बचाना चाहिए. हम इंसानों की वजह से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है. जबकि, अनन्या ने कहा कि वह करावल नगर से दिल्ली जू में समर वेकेशन प्रोग्राम में आती हैं. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में उन्होंने पर्यावरण के बारे में बहुत कुछ सीखा और जाना. अन्य बच्चों ने कहा कि वह पर्यावरण का ख्याल रखेंगे. इसके साथ ही परिवार और समाज के लोगों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करेंगे.
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