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कबाड़ से जुगाड़ कर बने उत्पादों की हो रही सराहना, तीस हजार से शुरू हुए स्टार्टअप का टर्नओवर करोड़ों में - Eco friendly product By UNECO

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 3 hours ago

ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो में यूनेको कंपनी के उत्पादों ने लोगों का दिल जीत लिया है. दरअसल, यूनेको एक ऐसी कंपनी है जो कबाड़ से इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बनाती है. कई प्रकार के कबाड़ से वह विजिटिंग कार्ड, डायरी, पैन, नोट बुक, पेपर फोल्डर और कैलेंडर सहित कई इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बना रही है.

कबाड़ से जुगाड़ कर बने उत्पादों की देश-विदेश में सराहना
कबाड़ से जुगाड़ कर बने उत्पादों की देश-विदेश में सराहना (ETV BHARAT)

नई दिल्ली/नोएडा : दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में कबाड़ से जुगाड़ कर बनाए जा रहे हैं इको फ्रेंडली प्रोडक्ट. देश प्रदेश में बढ़ते हुए कबाड़ को कम करने के लिए उनसे इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं, जो लोगों को काफी पसंद आ रहा है. इको फ्रेंडली प्रोडक्ट का देश ही नहीं विदेशों में भी सराहना मिल रही है. एक छोटा सा स्टार्टअप आज करोड़ों की कंपनी बन चुका है. पेड़ पौधों की पत्तियों, नारियल के छिलके से वह विजिटिंग कार्ड, डायरी, पैन, नोट बुक, पेपर फोल्डर और कैलेंडर सहित कई इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बना रहे हैं, जिनकी देश के साथ-साथ विदेशों में भी काफी पसंद किया जा रहा है.

दरअसल, देश में अब सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसलिए दैनिक जीवन में ऐसे इको फ्रेंडली उत्पादों की जगह लेने के लिए विकल्प उपलब्ध है. ग्रेटर नोएडा के रहने वाले अंकित और अतुल त्रिपाठी दो भाइयों ने दैनिक जीवन में सिंगल यूज प्लास्टिक से संबंधित उत्पादों को खत्म करने के लिए एक अनूठी पहल की है. जिसमें वह कबाड़ से इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बना रहे हैं, जो दैनिक जीवन प्रयोग किए जाते है. इससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है.

यूनेको के फाउंडर अंकित त्रिपाठी ने बताया वह दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में कूड़े के पहाड़ के पास रहते थे. हम तब से प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ योजना बना रहे हैं. हम प्लास्टिक को एक बुरी चीज मानते हैं, लेकिन यह वास्तव में बहुत सारे पेड़ों को बचाता है. हालांकि सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण को नष्ट कर रहा है. इसलिए हमने इसे रोजमर्रा की चीजों में बदलने का फैसला किया है.

सिंगल यूज प्लास्टिक से इको फ्रेंडली प्रोडक्ट :अंकित त्रिपाठी ने ग्रेटर नोएडा के एनआईईटी कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने अपने परिवार को बताया कि वह नौकरी नहीं करना चाहते, वह कुछ ऐसा करना चाहते हैं जिससे पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले कबाड़ को कम किया जा सके. इसी के बाद उन्होंने अपनी एक यूनेको कंपनी बनाकर कबाड़ से जुगाड़ करने की योजना बनाई. अंकित त्रिपाठी ने बताया कि वह कबाड़ से जुगाड़ कर सिंगल यूज प्लास्टिक से इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बना रहे हैं.

तीस हजार रुपये से स्टार्टअप : अंकित त्रिपाठी ने बताया कि 2019 में उन्होंने तीस हजार रुपये से इस स्टार्टअप की शुरुआत की जिसके बाद आज उनका स्टार्टअप का करोड़ का टर्नओवर है. भारत ही नहीं अमेरिका ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी उनके बनाए हुए प्रोडक्ट की सराहना हो रही है. देश में भी कई बड़ी संस्थाएं जैसे इसरो एम्स सहित अन्य संस्थाएं भी इनके प्रोडक्ट को खरीद रही है. उन्होंने कहा कि उनका यह प्रोडक्ट पर्यावरण जैसे सुधार के साथ-साथ गरीब बेरोजगार लोगों की भी मदद कर रहा है. इस प्रोडक्ट को बनाने में उन लोगों को शामिल किया गया है जिनको रोजगार नहीं मिल पाता.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी की सराहना : अंकित त्रिपाठी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार से उनको काफी सहायता मिल रही है. उनके बनाए हुए प्रोडक्ट की काफी सराहना की जा रही है. बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके प्रोडक्ट की सराहना की थी. जिसमें श्री राम स्तुति, पॉल्यूशन सॉल्यूशन, विजिटिंग कार्ड, कैलेंडर, फाइल फोल्डर, पैन और नोट बुक सहित 50 से ज्यादा प्रोडक्ट इनके द्वारा बनाए जा रहे हैं. इन प्रोडक्ट की कीमत अन्य प्रोडक्ट के लगभग बराबर है इसके साथ यह पर्यावरण के लिए काफी उपयोगी है.

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नई दिल्ली/नोएडा : दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में कबाड़ से जुगाड़ कर बनाए जा रहे हैं इको फ्रेंडली प्रोडक्ट. देश प्रदेश में बढ़ते हुए कबाड़ को कम करने के लिए उनसे इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं, जो लोगों को काफी पसंद आ रहा है. इको फ्रेंडली प्रोडक्ट का देश ही नहीं विदेशों में भी सराहना मिल रही है. एक छोटा सा स्टार्टअप आज करोड़ों की कंपनी बन चुका है. पेड़ पौधों की पत्तियों, नारियल के छिलके से वह विजिटिंग कार्ड, डायरी, पैन, नोट बुक, पेपर फोल्डर और कैलेंडर सहित कई इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बना रहे हैं, जिनकी देश के साथ-साथ विदेशों में भी काफी पसंद किया जा रहा है.

दरअसल, देश में अब सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसलिए दैनिक जीवन में ऐसे इको फ्रेंडली उत्पादों की जगह लेने के लिए विकल्प उपलब्ध है. ग्रेटर नोएडा के रहने वाले अंकित और अतुल त्रिपाठी दो भाइयों ने दैनिक जीवन में सिंगल यूज प्लास्टिक से संबंधित उत्पादों को खत्म करने के लिए एक अनूठी पहल की है. जिसमें वह कबाड़ से इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बना रहे हैं, जो दैनिक जीवन प्रयोग किए जाते है. इससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है.

यूनेको के फाउंडर अंकित त्रिपाठी ने बताया वह दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में कूड़े के पहाड़ के पास रहते थे. हम तब से प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ योजना बना रहे हैं. हम प्लास्टिक को एक बुरी चीज मानते हैं, लेकिन यह वास्तव में बहुत सारे पेड़ों को बचाता है. हालांकि सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण को नष्ट कर रहा है. इसलिए हमने इसे रोजमर्रा की चीजों में बदलने का फैसला किया है.

सिंगल यूज प्लास्टिक से इको फ्रेंडली प्रोडक्ट :अंकित त्रिपाठी ने ग्रेटर नोएडा के एनआईईटी कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने अपने परिवार को बताया कि वह नौकरी नहीं करना चाहते, वह कुछ ऐसा करना चाहते हैं जिससे पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले कबाड़ को कम किया जा सके. इसी के बाद उन्होंने अपनी एक यूनेको कंपनी बनाकर कबाड़ से जुगाड़ करने की योजना बनाई. अंकित त्रिपाठी ने बताया कि वह कबाड़ से जुगाड़ कर सिंगल यूज प्लास्टिक से इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बना रहे हैं.

तीस हजार रुपये से स्टार्टअप : अंकित त्रिपाठी ने बताया कि 2019 में उन्होंने तीस हजार रुपये से इस स्टार्टअप की शुरुआत की जिसके बाद आज उनका स्टार्टअप का करोड़ का टर्नओवर है. भारत ही नहीं अमेरिका ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी उनके बनाए हुए प्रोडक्ट की सराहना हो रही है. देश में भी कई बड़ी संस्थाएं जैसे इसरो एम्स सहित अन्य संस्थाएं भी इनके प्रोडक्ट को खरीद रही है. उन्होंने कहा कि उनका यह प्रोडक्ट पर्यावरण जैसे सुधार के साथ-साथ गरीब बेरोजगार लोगों की भी मदद कर रहा है. इस प्रोडक्ट को बनाने में उन लोगों को शामिल किया गया है जिनको रोजगार नहीं मिल पाता.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी की सराहना : अंकित त्रिपाठी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार से उनको काफी सहायता मिल रही है. उनके बनाए हुए प्रोडक्ट की काफी सराहना की जा रही है. बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके प्रोडक्ट की सराहना की थी. जिसमें श्री राम स्तुति, पॉल्यूशन सॉल्यूशन, विजिटिंग कार्ड, कैलेंडर, फाइल फोल्डर, पैन और नोट बुक सहित 50 से ज्यादा प्रोडक्ट इनके द्वारा बनाए जा रहे हैं. इन प्रोडक्ट की कीमत अन्य प्रोडक्ट के लगभग बराबर है इसके साथ यह पर्यावरण के लिए काफी उपयोगी है.

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