हमीरपुर: मर्डर केस के उद्घोषित अपराधी को हमीरपुर पुलिस की पीओ सेल टीम ने पकड़ने में सफलता हासिल की है. हत्या आरोपी पिछले दो सालों से फरार था. आरोपी पिछले दो सालों से पुलिस को धोखा दे रहा था.
आरोपी ने 7 नवंबर 2022 को हमीरपुर के लाहलड़ी गांव में आरोपी अजय कुमार उर्फ गोरा ने अपने चचेरे दादा की डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. साथ ही अपनी चचेरी भाभी की भी डंडे से काफी पिटाई की थी और उसे लहूलुहान कर दिया था. उसका भी एक माह तक अस्पताल में इलाज चला था. वारदात के आरोपी अजय मौके से फरार हो गया था. पुलिस लंबे समय से अजय की तलाश कर रही थी, लेकिन वो पुलिस को बार बार चकमा दे रहा था. अजय कुमार की गिरफ्तारी की मांग के लिए 2022 में ग्रामीणों ने दोसड़का में चक्का जाम भी किया था. पुलिस आरोपी अजय कुमार को पकड़ने के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही थी.
इसी बीच हमीरपुर पीओ सेल की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी अजय कुमार उर्फ गोरा को पकड़ने में सफलता हासिल की है. पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी शिमला के पास साबड़ा में रह रहा है. इसके बाद पीओ सेल की टीम में साबड़ा के लिए रवाना हुई. इस टीम ने लगभग 15 दिन तक यहां डेरा डाला और स्थानीय पुलिस की मदद से सोमवार रात को आरोपी को गिरफ्तार किया और मंगलवार को उसे हमीरपुर लाया गया. इस दौरान पता चला कि आरोपी अजय यहां राजकुमार उर्फ राजू के नाम से पल्लेदारी का काम कर रहा था. अब पीओ सेल ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. इस पीओ सेल की टीम में इंस्पेक्टर सुनील दत्त, एचसी मनोहर लाल, एचसी रवि कुमार शामिल रहे.
वहीं, एसपी हमीरपुर भगत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, 'करीब 2 साल पहले लाहलडी गांव में आरोपी अजय कुमार उर्फ गोरा सपुत्र बलवीर सिंह ने जमीनी विवाद को लेकर बुजुर्ग की डन्डे से हत्या कर दी थी और हत्या करने के बाद आरोपी अजय कुमार फरार हो गया था और हमीरपुर पीओ सेल की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी अजय कुमार उर्फ गोरा को पकड़ने में सफलता हासिल की है.