कानपुर: उत्तर प्रदेश में हजारों की संख्या में ऐसे उद्यमी हैं, जिन्हें आए दिन ही उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) से कोई न कोई काम पड़ता है. पिछले कुछ समय से प्रदेश के कई शहरों से उद्यमी अपनी समस्याओं के समाधान को लेकर लखनपुर स्थित मुख्यालय में पहुंचते थे.
जहां उन्हें बाबूओं व कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते थे. लेकिन, डिजीटल होती दुनिया के बीच अब यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी ने एप तैयार कराकर 56 जिलों के 40 हजार से अधिक उद्यमियों को बड़ी राहत दे दी है.
अब, उद्यमी अपने शहर में अपनी औद्योगिक इकाई में बैठकर यूपीसीडा एप से अपनी समस्याओं का समाधान जान सकते हैं, वह भी महज एक क्लिक पर. इस मामले को लेकर यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी ने ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत की.
उन्होंने बताया कि अब किसी भी उद्यमी को अपना शहर छोड़कर परेशान होने की जरूरत नहीं. वह यूपीसीडा की 30 से अधिक ऑनलाइन सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं. जिस तरह अपने रोजमर्रा के कामों के लिए उद्यमी विभिन्न मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करते हैं. ठीक वैसे ही वह यूपीसीडा एप का लाभ भी ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि एप को प्लेस्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है.
लखनपुर स्थित कार्यालय में कॉल सेंटर चालू: यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी ने बताया कि 56 जिलों के 40 हजार से अधिक उद्यमियों को राहत देने के लिए लखनपुर (कानपुर) स्थित कार्यालय में कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट सेंटर (कॉल सेंटर) को भी शुरू कर दिया गया है, जिसके लिए यूपीसीडीए की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी की गई है.
कोई भी उद्यमी उस नंबर पर बेझिझक होकर कॉल कर सकता है, अपनी समस्या बता सकता है. उसका संज्ञान संबंधित अफसर लेंगे और तय समय में उद्यमी की दिक्कतों को दूर कराकर हम दोबारा फीडबैक भी लेते हैं. इसके लिए हमने ऑनलाइन टेलीफोन नेटवर्क को भी स्थापित किया है.
इसके साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए यूपीसीडा की ओर से उप्र के 56 जिलों के 156 औद्योगिक क्षेत्रों को अब सीसीटीवी से लैस कर दिया गया है.
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