रायबरेली: दीवानी न्यायालय में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक हत्यारोपी बंदी को जिला जेल से कोर्ट में पेशी पर लाया गया था. बंदी ने फरार होने के लिये सिपाही की आंखों में मिर्च पाउडर डाल दिया. हालांकि सिपाही की बहादुरी के चलते वह फरार नहीं हो पाया. तभी अधिवक्ताओं ने भी उसे पकड़ लिया. सिपाही को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
बता दें कि सोमवार दोपहर लगभग 2 बजे रायबरेली के शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के दीवानी न्यायालय में तैनात सिपाही हिमांशु सिंह बंदी सैफ इमरान निवासी हाजीपुर, थाना जायस, अमेठी को कोर्ट में पेशी पर लाया था. इसी दौरान बंदी ने मौका पाते ही सिपाही की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर भागने का प्रयास किया लेकिन सिपाही ने उसकी पकड़ नहीं छोड़ी. वहां मौजूद अधिवक्ताओं ने बंदी को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले किया. बंदी के हमले के बाद सिपाही को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
सैफ ने बताया कि उसे अमर नाम लड़के ने बताया कि 302 के मुजरिम हो, कभी छूट नहीं पाओगे. उसने मुझे पाउडर दिया और कहा कि 5 मिनट का समय है. तुम सिपाही की आंख में डाल करके फरार हो जाना. गाड़ी से उतरने बाद उसने ही मिर्ची दे दी थी. जब मैं भागने लगा तो मुझे पकड़ लिया गया. बताया कि 2020 से जेल में बंद हूं.
अस्पताल ईएमओ रोशन पटेल ने बताया कि कांस्टेबल को उपचार करके भेज दिया गया है. वहीं बंदी भी इलाज के लिये लाया गया था. फिलहाल अभी तक पुलिस अधिकारियों द्वारा इस मामले में कोई बयान जारी नहीं किया गया है. हालांकि पुलिस के ट्विटर हैंडल से यह जरूर कहा गया है प्रकरण को संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्रवाई के लिए कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया गया है.