कोटा. वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (VMOU) कोटा ने प्रदेश में 376 डीएलएड कॉलेजों की करीब 26 हजार सीटों पर प्रवेश के लिए प्री डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (प्री डीएलएड 2024) का आयोजन रविवार को किया गया. इस बेसिक स्कूल टीचिंग सर्टिफिकेट (BSTC) एंट्रेंस प्री डीएलएड परीक्षा में 645454 कैंडिडेट ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. इनमें से 92.19 फीसदी यानी 5 लाख 95 हजार 47 परीक्षार्थी प्रदेश के 33 जिलों में बनाए गए 1917 परीक्षा केंद्र पर एग्जाम देने के लिए पहुंचे. कैंडिडेट्स की अनुपस्थिति 7.81 फीसदी रही है. इस दौरान अलग-अलग राजस्थान के अलग-अलग सेंटर्स से 6 डमी कैंडिडेट्स पकड़े गए.
जालोर से डमी कैंडिडेट को पकड़ा : प्री डीएलएड के समन्वयक डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि एग्जाम दोपहर 12:30 से 3:30 तक आयोजित की गई थी. एंट्रेंस के समय अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस ली गई थी. इस बार कैंडिडेट्स को पर्सनलाइज्ड ओएमआर विद पेपर उपलब्ध करवाया गया था, जिसमें कैंडिडेट्स की डिटेल प्री फील्ड थी. इस परीक्षा में 200 प्रश्न पूछे गए थे. प्रत्येक प्रश्न तीन अंक के थे, निगेटिव मार्किंग भी नहीं है. प्रश्न पत्र चार भाग में विभाजित था, जिनमें जनरल एबिलिटी और रिजनिंग, राजस्थान जनरल नॉलेज, टीचर एप्टीट्यूड और लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी शामिल थी. वहीं, जालोर से डमी कैंडिडेट को पकड़ा गया है.
पढ़ें. परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाकर बना सरकारी अध्यापक, आरोपी को SOG ने दबोचा
धौलपुर में भी डमी कैंडिडेट पकड़ाया : जिले के जवाहर नवोदय स्कूल के परीक्षा केंद्र पर परीक्षक की सजकता से डमी कैंडिडेट को पकड़ा है. सदर थाना प्रभारी रामनरेश मीणा ने बताया कि युवक सत्येंद्र कुशवाहा अपने चचेरे भाई संजय कुशवाहा के स्थान पर परीक्षा दे रहा था. आरोपी सत्येंद्र कुशवाहा मनियां थाना क्षेत्र के लाडमपुर गांव का रहने वाला बताया जा रहा है. आरोपी स्कूल के कमरा नंबर 6 में बैठकर अपने चचेरे भाई की जगह परीक्षा दे रहा था, जिसे स्कूल के स्टाफ ने आधार कार्ड से मिलान करने के बाद पकड़ा है. डमी कैंडिडेट से पूछताछ की जा रही है.
बाड़मेर में 4 डमी अभ्यर्थी पकड़े गए, एक फरार : बाड़मेर जिले में परीक्षा के दौरान 5 सेंटरों पर चार डमी अभ्यर्थियों को पुलिस ने दस्तयाब किया है, जबकि एक डमी अभ्यर्थी भागने में सफल रहा है. पुलिस के अनुसार यह डमी अभ्यर्थी कुछ अपने रिश्तेदारों की जगह पर, तो कुछ पैसों के लिए परीक्षा देने के लिए आए थे. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस ने बताया कि कोतवाली, सदर, रीको और चौहटन थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक-एक कैंडिडेट को पकड़ा है. पूछताछ में कुछ ई-मित्र संचालकों की भूमिका भी संदिग्ध है. उनसे भी पूछताछ की जा रही है.