भोपाल : बीजेपी के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद प्रभात झा राजनेता होने से पहले पत्रकार थे. यही वजह है कि उनके बयानों में एक पत्रकार की बेबाकी दिखाई देती थी. उनके राजनीतिक जीवन की सबसे मुश्किल घड़ी थी जब उन्हें एमपी में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया गया था. असल में इतनी खामोशी से प्रभात झा की जगह नरेन्द्र सिंह तोमर की ताजपोशी की गई थी कि इस पूरे घटनाक्रम को खुद प्रभात झा ने पोखरण विस्फोट कहा था.
क्या कहा था प्रभात झा ने?
प्रभात झा ने खुद को अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर इशारा करते हुए कहा था कि जिस तरह से अटलजी ने पोखरण विस्फोट के समय इसकी भनक किसी को नहीं लगने दी थी. शिवराज जी ने भी मेरी जगह तोमर की ताजपोशी का मामला जरा भी लीक नहीं होने दिया.
सन्न रह गए थी पार्टी और सभी लोग
प्रभात झा को एमपी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया जाना उनके राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा झटका था, जिस तरह से उन्हें हटाया गया था वो कभी इसे नहीं भूल पाए. यही वजह थी कि जब उसी समय एक कार्यक्रम में उन्हें मौका मिला तो उनके भीतर के पत्रकार ने दिल की बात साफ-साफ कह दी. जब प्रभात जी ने उन्हें हटाए जाने के पूरे वाकये को पोखरण विस्फोट की संज्ञा दी थी. उन्होंने कहा कि मुझे हटाए जाने की खबर शिवराज ने बिल्कुल उसी तरह से लीक नहीं होने दी जिस तरह से कभी अटल जी ने पोखरण विस्फोट की खबर दुनिया तक नहीं होने दी थी. ये सुनकर पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और आमजन भी सन्न रह गए थे.
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शिवराज के हाथों में रिमोट...
प्रभात जी बहुत तरीके से अपनी बात कहना जानते थे. राजनेता होते हुए भी उनकी साफगोई कमाल की थी. कोई लाग लपेट नहीं, जब उन्हें हटाकर शिवराज सिंह चौहान की च्वॉइस पर नरेन्द्र सिंह तोमर को एमपी बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया तो उन्होंने इसी मंच से कहा एमपी में बीजेपी संगठन का रिमोट शिवराज जी के हाथ में है. तो जिसके हाथ में रिमोट हो उसके फैसले का सम्मान तो करना पड़ेगा.