नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के भट्टा कारोबारी योगेंद्र शर्मा की हत्यारोपियों में से एक की पुलिस की मुठभेड़ हो गई, जिसके बाद आरोपी घायल हो गया. घायल आरोपी का नाम विकास है, जबकि अन्य आरोपियों का नाम मनीष और रोहित है. आरोपी ने अपनी गाड़ी में छुपाए हुए तमंचे से पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाबी हमले में वह घायल हो गया.
दरअसल मामला गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके का है. बीते दो मई को पुलिस को भट्टा कारोबारी योगेंद्र शर्मा के लापता होने की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि योगेंद्र ने अपना गेराज विकास नाम के एक व्यक्ति को दे रखा था, जहां पर वह बाइक की सर्विस की जाती थी. दोनों के बीच 40 हजार रुपये को लेकर विवाद भी चल रहा था. एक मई को योगेंद्र, विकास के गेराज पर गया था, जिसके बाद वह लापता हो गया. विकास पर शक होने पर पुलिस ने उससे पूछताछ की, जिसपर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. इसके बाद विकास का साथ देने वाले उसके साथी मनीष और रोहित को भी पकड़ लिया गया.
शनिवार को गिरफ्तारी के बाद आरोपियों की मदद से पुलिस ने मेरठ से योंगेद्र की लाश बरामद की, जिसे आरोपियों ने एक गड्ढे में दबा कर रखा था. योगेंद्र को नशे का इंजेक्शन देने के बाद उसकी हत्या की गई थी. इतना ही नहीं, आरोपी विकास ने योगेंद्र के परिवार के साथ उसे तलाशने का नाटक भी किया था. पुलिस के सामने सवाल यह था कि किस गाड़ी में आरोपियों ने लाश को ठिकाने लगाया. आरोपी विकास ने बताया कि वह किराए पर टैक्सी भी चलाता है और उसी से लाश को ठिकाने लगाया गया.
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जब पुलिस गाजियाबाद के मोरती गांव में विकास को लेकर पहुंची, तो वहां गाड़ी मिली, जिससे लाश को ले जाया गया था. गाड़ी में दवा और इंजेक्शन भी मिले जिससे योगेंद्र को बेहोश किया गया था. हालांकि इसी दौरान विकास ने गाड़ी में छुपाए तमंचे को निकालकर फायरिंग कर दी. हालांकि इसपर पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास घायल हो गया. इसके बाद विकास को अस्पताल में एडमिट कराया गया. आरोपियों से आगे की पूछताछ की जा रही है. वहीं मृतक योगेंद्र के परिवार का कहना है कि मामले की मंभीर रूप से जांच होनी चाहिए, उनके बेटे की हत्या क्यों की गई.
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