भिवानी/पंचकूला: शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर वित्त मंत्री बजट पेश किया. भिवानी के लोगों ने बजट की सराहना की और इसे एक संतुलित बजट बताया. भिवानी के चार्टेर्ड अकाउंटेंट पुनीत मेहता ने बताया कि राज्य सरकार ने 11 प्रतिशत वृद्धि के साथ एक लाख 90 हजार करोड़ का बजट पेश किया है. ये बजट प्रदेश की समृद्धि का काम करेगा. राज्य सरकार ने शहीदों की सहायता राशि 50 लाख से एक करोड़ बढ़ाकर शहीदों को सम्मान दिया है.
भिवानी को मिलेगा पीने के पानी का लाभ: भिवानी निवासी पुरुषोत्तम ने बताया कि सीएम ने बजट में प्रदेश के 5 लाख किसानों को कर्ज मुक्ति की राह दिखाई है. जिसके तहत प्रदेश के 5 लाख किसानों को कृषि ऋण क्षेत्र में ब्याज व पेनल्टी से मुक्ति मिलेगी. इसके अलावा सिंचाई व पीने के पानी की व्यवस्था के लिए विशेषकर दक्षिण हरियाणा के भिवानी जिला को अब ताजेवाला हेड से पानी मिल सकेगा, जिसका बजट में प्रावधान किया गया है.
'पहले ताजेवाला हेड के माध्यम से यमुना का पानी जो बरसात के दिनों में दिल्ली में बाढ़ लेकर आता था, उस पानी को दक्षिण हरियाणा में लाने के लिए नई योजना के तहत व्यवस्था की गई है. इससे हरियाणा के रेगिस्तानी क्षेत्र विशेषकर भिवानी तक सिंचाई के पानी की व्यवस्था बेहतर होगी तथा इस क्षेत्र में हरियाली बढ़ेगी. भिवानी के युवा विवेक ने बताया कि कौशल रोजगार के तहत 60 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य बजट में किया गया है.'
महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रावधान: इसके साथ ही ठेकेदार समक्ष युवा का प्रावधान किया गया है. ये ठेकेदार सक्षम युवा 25 लाख तक के विकास कार्य प्रशिक्षण के बाद प्राप्त कर पाएंगे. बजट में मुख्यमंत्री ने बताया कि एक लाख 11 हजार युवाओं को हरियाणा कौशल निगम द्वारा रोजगार दिया गया है. वहीं भिवानी निवासी सोमबीर ने बताया कि महिलाओं सुरक्षा के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया गया है. इसके तहत 139 हेल्प डेस्क बनाने का लक्ष्य रखा है.
स्थानीय निवासी सोमबीर ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दो लाख रोजगार की बात भी बजट में कही गई है, जिसका वे स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा खेलों से जुड़ा राज्य है. यहां ग्रामीण स्तर पर अच्छे खिलाड़ी प्रदेश का नाम विश्व में रोशन कर रहे हैं. इसके लिए बजट में 400 खेल नर्सरियां बनाने का निर्णय लिया है, ये स्वागत योग्य कदम है.
हरियाणा के इंडस्ट्रियलिस्ट ने बजट से मायूसी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा औद्योगिक क्षेत्र का ध्यान नहीं रखा गया, क्योंकि पूर्व समय की समस्याएं अभी भी जस की तस हैं. उन्होंने कहा कि जो नई घोषणाएं की गई हैं, उनसे भी इंडस्ट्रियल क्षेत्र को कोई सहारा नहीं मिल सका है. इंडस्ट्रियलिस्ट ने हरियाणा सरकार से आगामी समय में इंडस्ट्रियल क्षेत्र को ध्यान में रखने की अपील की है.
पंचकूला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल ने कहा 'मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पेश किए गए बजट में इंडस्ट्रीज के हिस्से कुछ नहीं आया. हरियाणा सरकार द्वारा बीते समय 'सिंगल विंडो' पर एक साथ सभी काम हो जाने का भरोसा दिया गया था, लेकिन सिंगल विंडो तो दूर की बात ऑनलाइन कागज भी नहीं भरे जा पा रहे. इंडस्ट्रियलिस्ट से ऑनलाइन रिकॉर्ड मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस बजट में इंडस्ट्रीज को कुछ नहीं मिला.'
'इंडस्ट्रियल क्षेत्र का नहीं रखा ध्यान': पंचकूला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव राकेश गर्ग ने कहा 'पंचकूला में फर्नीचर, मेडिसिन समेत अन्य इंडस्ट्रीज हैं. लेकिन हरियाणा सरकार द्वारा इनमें से किसी का ध्यान नहीं रखा गया. उन्होंने कहा कि बाजार में इंडस्ट्रीज के लिए कठिनाइयों का दौर चल रहा है, नतीजतन सरकार की तरफ से सहयोग की आवश्यकता है.' उन्होंने हरियाणा सरकार से भविष्य के लिए इंडस्ट्रियल क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए योजनाएं व नीतियां बनाने और पहले की परेशानियों को दूर करने की अपील की.