टिहरी: टिहरी लोकसभा सीट अंतर्गत आने वाली प्रतापनगर विधानसभा की जनता ने बेबाकी से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही नेता जनता को लुभावने वादों के साथ हर सुख-दुख में साथ निभाने के वादे कर रहे हैं. लेकिन चुनाव जीतने और हारने के बाद नेता गायब हो जाते हैं. ऐसा ही हाल टिहरी में देखने को मिल रहा है, जहां चुनाव आते ही नेता सक्रिय हो गए हैं और जनता के बीच पहुंच रहे हैं. जिनके सामने जनता अपनी समस्याएं रख रही हैं. इन समस्याओं में टिहरी झील के ऊपर बना टिपरी-मदन नेगी रोपवे भी है.
प्रतापनगर की जनता का कहना है कि टिहरी डैम बनने से सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है और डैम बनने से पूरा जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. टिहरी डैम की झील बनने से प्रतापनगर आने-जाने के रास्ते पुल सब डूब गए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टर न होने से महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है. कई बार तो महिलाएं प्रसव के दौरान इलाज न मिलने से दम तोड़ चुकी हैं.
प्रतापनगर की जनता ने कहा कि टिहरी झील के ऊपर जगह-जगह पुल बनाए जाने चाहिए और रोप वे का संचालन रात को भी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब इन प्रत्याशियों का जनता से वोट मांगने होते हैं तो तमाम आश्वासन देते हैं, उसके बाद गांव की और देखते भी नहीं हैं. टिहरी डैम बनने के बाद झील के आसपास बसे गांव का विस्थापन सही ढंग से नहीं हो पाया. कई परिवारों को अभी जमीन तक नहीं मिल पाई और उनकी जमीन झील में डूब चुकी हैं. रोजगार के मामले में भी आज भी कई युवक बेरोजगार घूम रहे हैं. जिस वजह से बेरोजगार नशे की चपेट में आ गए हैं.
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