रुड़की: हरिद्वार के रुड़की में भारी पुलिस बल के बीच संगीनों के साए में सालियर गांव की कांवड़ को रामपुर चुंगी से गांव तक निकाली गई. इस दौरान पुलिस द्वारा आसमान से ड्रोन से भी निगरानी की गई और जमीन पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. इसी के साथ पुलिस के आला अधिकारी और एलआईयू कर्मी भी सतर्क रहे. कांवड़ में झांकियां आकर्षण का केंद्र रही और युवाओं ने भजनों पर जमकर डांस किया. वहीं मुस्लिम समाज के लोगों ने कांवड़ यात्रियों के ऊपर गुलाब के फूल बरसा कर उनका स्वागत किया गया.
हरिद्वार जिले की सालियर गांव की कांवड़ सबसे अति संवेदनसील कांवड़ मानी जाती है. वहीं इस कांवड़ के साथ पीएसी फोर्स, सीपीएमएस फोर्स और सिविल पुलिस के जवान भारी संख्या में मौजूद रहते हैं, इसकी वजह ये है कि साल 2015 में सालियर गांव की कांवड़ ले जाते समय रामपुर गांव में दो समुदायों में जमकर बवाल हो गया था. बवाल के दौरान पथराव, तोड़फोड़ व अन्य घटनाएं भी हुई थी. वहीं इस घटना में पुलिस के सरकारी वाहनों से लेकर आम नागरिकों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी. साथ ही इस बवाल में कई पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी भी घायल हुए थे.
उसी समय से सालियर गांव की कांवड़ को लेकर हर साल पुलिस और प्रशासन सतर्क रहता है. वहीं 2 अगस्त शुक्रवार की देर शाम सालियर गांव की कांवड़ को लेकर पुलिस-प्रशासन की ओर से कड़े इंतजाम किए गए. जैसे ही कांवड़ रुड़की शहर की सीमा में पहुंची तो पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों ने उसे अपनी सुरक्षा के घेरे में ले लिया, इसके बाद नगर के विभिन्न हिस्सों से होती हुई कांवड़ रामपुर चुंगी पहुंची तो पहरा और कड़ा हो गया. जिसको लेकर सालियर गांव तक हाईवे पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा.
जैसे ही कांवड़ यात्रा रामपुर चुंगी पर पहुंची तो पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों ने पहरा बनाकर यात्रा को आगे बढ़ाया. वहीं कांवड़ यात्रा में झांकियां आकर्षण का केंद्र रही, वहीं कांवड़िये अलग-अलग भजनों पर झूमते हुए नजर आए. इस दौरान कांवड़ को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा रही. कांवड़ यात्रा के सालियर गांव पहुंचने पर मुस्लिम समाज के लोगों ने कांवड़ यात्रियों के ऊपर गुलाब के फूल बरसा कर उनका स्वागत किया गया. एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि पूर्व में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी, इसी के मद्देनजर कांवड़ यात्रा के समापन के लिए पुलिस बल तैनात किया जाता है.