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मालन नदी पुल निर्माण कार्य पर नाराज हुए डीएम, PWD से मांगा जवाब - Inspection of Malan River Bridge

Inspection of Malan River Bridge पौड़ी डीएम ने मालन नदी के ऊपर बन रहे पुल की धीमी गति से हो रहे कार्य पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा है.

Inspection of Malan River Bridge
मालन नदी पुल निर्माण कार्य पर नाराज हुए डीएम (PHOTO- ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 2, 2024, 9:59 PM IST

देहरादूनः मॉनसून के दौरान आपदा की दृष्टि से कोटद्वार नगर निगम के संवेदनशील और उसके आसपास के इलाकों में आपदा से बचाव हेतु सुरक्षा कार्यों की जानकारी ली. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मॉनसून सीजन में अलर्ट मोड पर रहने के साथ ही अपना फोन भी 24 घंटे खुला रखें. जिलाधिकारी ने मालन नदी के ऊपर बन रहे पुल की धीमी गति से हो रहे कार्य पर लोनिवि दुगड्डा के अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण तलब किया.

डीएम आशीष चौहान ने उप जिलाधिकारी कोटद्वार और लोक निर्माण विभाग दुगड्डा को निर्देश दिए कि आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों के दृष्टिगत तहसील में हर आवश्यक उपकरण उपलब्ध रखें. ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसे उपयोग में लाया जा सके. उन्होंने तहसील स्तर के आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र में अतिवृष्टि होने की दशा में पुलिस विभाग के क्षेत्राधिकारी और एसडीएम या तहसीलदार कंट्रोल रूम में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे.

जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा से सुरक्षा हेतु जो भी निर्माण कार्य गतिमान हैं, उन्हें एक सप्ताह के भीतर पूरा करना सुनिश्चित करें. उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिकारी को निर्देश दिए कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में स्थापित थाना और तहसीलों को 24 घंटे के भीतर ड्रैगन लाइट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने नेशनल हाईवे निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुगड्डा और कोटद्वार के बीच 8 किलोमीटर क्षेत्र के अंतर्गत चिन्हित 35 लैंडस्लाइड जोन में से अति संवेदनशील 5 जोन के दोनों तरफ एक-एक पोकलैंड मशीन की तैनाती करना सुनिश्चित करें.

इसके अलावा उन्होंने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निगम क्षेत्रांतर्गत डेंगू कंट्रोल रूम स्थापित करने के साथ ही उसमें एक सीनियर डॉक्टर की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने रिखणीखाल के अंतर्गत कालीघाट रौथा पेयजल योजना के निर्माण कार्यों की जांच हेतु एसडीएम लैंसडाउन को निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मालन क्षेत्र के अंतर्गत कण्वाश्रम के आसपास होने वाली बारिश की तीव्रता की सूचना आपदा कंट्रोल रूम और तहसील को उपलब्ध कराना सुरक्षित करें. जिस वजह से नीचले इलाकों में स्थिति के अनुसार अलर्ट जारी किया जा सके.

वहीं जिलाधिकारी ने नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न स्थलों का निरीक्षण भी किया साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

ये भी पढ़ेंः हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में 116 से ज्यादा लोगों की मौत, सीएम धामी ने जताया दुख

देहरादूनः मॉनसून के दौरान आपदा की दृष्टि से कोटद्वार नगर निगम के संवेदनशील और उसके आसपास के इलाकों में आपदा से बचाव हेतु सुरक्षा कार्यों की जानकारी ली. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मॉनसून सीजन में अलर्ट मोड पर रहने के साथ ही अपना फोन भी 24 घंटे खुला रखें. जिलाधिकारी ने मालन नदी के ऊपर बन रहे पुल की धीमी गति से हो रहे कार्य पर लोनिवि दुगड्डा के अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण तलब किया.

डीएम आशीष चौहान ने उप जिलाधिकारी कोटद्वार और लोक निर्माण विभाग दुगड्डा को निर्देश दिए कि आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों के दृष्टिगत तहसील में हर आवश्यक उपकरण उपलब्ध रखें. ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसे उपयोग में लाया जा सके. उन्होंने तहसील स्तर के आपदा कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र में अतिवृष्टि होने की दशा में पुलिस विभाग के क्षेत्राधिकारी और एसडीएम या तहसीलदार कंट्रोल रूम में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे.

जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा से सुरक्षा हेतु जो भी निर्माण कार्य गतिमान हैं, उन्हें एक सप्ताह के भीतर पूरा करना सुनिश्चित करें. उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिकारी को निर्देश दिए कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में स्थापित थाना और तहसीलों को 24 घंटे के भीतर ड्रैगन लाइट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने नेशनल हाईवे निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुगड्डा और कोटद्वार के बीच 8 किलोमीटर क्षेत्र के अंतर्गत चिन्हित 35 लैंडस्लाइड जोन में से अति संवेदनशील 5 जोन के दोनों तरफ एक-एक पोकलैंड मशीन की तैनाती करना सुनिश्चित करें.

इसके अलावा उन्होंने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निगम क्षेत्रांतर्गत डेंगू कंट्रोल रूम स्थापित करने के साथ ही उसमें एक सीनियर डॉक्टर की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने रिखणीखाल के अंतर्गत कालीघाट रौथा पेयजल योजना के निर्माण कार्यों की जांच हेतु एसडीएम लैंसडाउन को निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मालन क्षेत्र के अंतर्गत कण्वाश्रम के आसपास होने वाली बारिश की तीव्रता की सूचना आपदा कंट्रोल रूम और तहसील को उपलब्ध कराना सुरक्षित करें. जिस वजह से नीचले इलाकों में स्थिति के अनुसार अलर्ट जारी किया जा सके.

वहीं जिलाधिकारी ने नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न स्थलों का निरीक्षण भी किया साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

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