पटनाः वीआरएस लेते ही आईएएस अधिकारी रजनीकांत को नयी जिम्मेदारी दे दी गयी है. दरअसल नीतीश सरकार ने बिहार के पहले खेल विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार आईएएस अधिकारी रजनीकांत को दिया है. लखीसराय के डीएम रजनीकांत ने 2 दिन पहले वीआरएस के लिए आवेदन दिया था और नीतीश सरकार ने 26 अगस्त को ही उनका वीआरएस स्वीकृत कर लिया था.
1 सितंबर से दी गयी स्वैच्छिक सेवानिवृत्तिः रजनीकांत के वीआरएस के आवेदन पर सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से अधिसूचना भी जारी हो गई है. जिसमें 1 सितंबर 2024 से रजनीकांत को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान की गई है. यानी 1 सितंबर के बाद रजनीकांत खेल विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार ले सकते हैं.
खेल विश्वविद्यालय में पहली बार वीसी की नियुक्तिः 16 जुलाई, 2021 को नीतीश सरकार ने बिहार में तीन नए विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. उसमें से खेल विश्वविद्यालय भी एक था. अब 3 साल में पहली बार किसी को खेल विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया है. बता दें कि रजनीकांत 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं.
29 अगस्त को राजगीर में स्पोर्ट्स एकेडमी का उद्घाटनः बता दें कि ये खेल विश्वविद्यालय राजगीर में तैयार हुए स्पोर्ट्स एकेडमी परिसर में ही चलेगा और इसके लिए नीतीश कैबिनेट ने 31 पदों के सृजन को स्वीकृति भी दी है. करीब 750 करोड़ रुपये की लागत से 90 एकड़ में तैयार स्पोर्ट्स एकेडमी का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार 29 अगस्त को करेंगे. खेल एकेडमी के पहले निदेशक रवींद्र शंकरण होंगे जो अभी बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के भी महानिदेशक हैं.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है स्पोर्ट्स एकेडमीः बता दें कि राजगीर में तैयार अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स एकेडमी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. एकेडमी में बाहर से आनेवाले खिलाड़ियों के ठहरने की भी शानदार व्यवस्था की गयी है. इसको लेकर पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग हॉस्टल की भी व्यवस्था की गयी है.