कोरिया: छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण हालात इसके एकदम उलट है. जिला अस्पताल के फीमेल वार्ड में महिलाओं को जमीन पर लिटाकर इलाज किया जा रहा है. जिला अस्पताल में भीषण गर्मी के बीच मरीजों की परेशानी बढ़ गई है.
गर्मी के कारण बढ़ रही मरीजों की संख्या: दरअसल, कोरिया में 100 बेड के जिला अस्पताल में वार्ड समेत गैलरी को मिलाकर करीब 150 बेड लगे हैं, लेकिन तापमान बढ़ने की वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. इससे बेड कम पड़ गए हैं. ऐसे में मरीजों को गैलरी में ही फर्श पर लिटा दिया गया है. यहां पास ही मेडिकल वेस्ट के डिब्बों से उठती दुर्गंध के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है. मरीजों की मानें तो वे दो दिन से अस्पताल में भर्ती हैं. यहां बेड उपलब्ध नहीं हो रहा है.
अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या अधिक बढ़ गई है. बेड लगाने के लिए जगह नहीं है. ऐसे में कहां बेड लगाएंगे. जितना मुमकिन है, मरीजों को उपचार की सुविधा दी जा रही है. -डॉ.आर बंसरिया, सिविल सर्जन
अस्पताल में गर्मी से बेहाल मरीज: कोरिया जिला अस्पताल का पारा इस समय 42 डिग्री के पार हो गया है. ऐसे में कूलर और पंखे के बिना जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों की हालत खराब हो गई है.वहीं, जिला अस्पताल में पर्याप्त कूलर और पंखे नहीं लगे हैं, जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. कुछ पंखे इतनी धीमी रफ्तार से चल रहे हैं कि उनकी हवा नीचे तक नहीं पहुंच रही है. सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजनों ने बताया कि, "वार्ड में कूलर-पंखे नहीं चलने से मरीजों के बुरे हाल हैं. हाथ में कपड़ा लेकर हवा करनी पड़ रही है." इसी तरह पुरूष और महिला वार्ड में एक-एक कूलर चलता हुआ मिला, लेकिन उन दोनों कूलरों में पानी नहीं होने के कारण मरीज गर्म हवा से परेशान रहे.