रायपुर: तेलीबांधा थाना इलाके में अस्पताल में भर्ती मरीज ने अस्पताल की पांचवीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली. मरीज को माइग्रेन की शिकायत रही. इलाज के लिए मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ था. मरीज का अटेंडर जैसे ही किसी काम से बाहर गया, मरीज ने पांचवीं मंजिल से नीचे कूदकर जान दे दी. मरीज ने खुदकुशी जैसा घातक कदम क्यों उठाया अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है. तेलीबांधा पुलिस ने केस दर्ज कर शव का पंचनामा कर लिया है.
मरीज ने पांचवीं मंजिल से कूदकर दी जान: पुलिस और अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि मरीज की उम्र साठ साल के करीब थी. मृतक मरीज का नाम राम बिसवाल था और वो ओडिशा का रहने वाला था. मरीज को माइग्रेन की शिकायत थी. इलाज के लिए ही मरीज को अस्पताल में भर्ती किया गया था.
"माइग्रेन का मरीज था जिसकी उम्र 60 साल थी. मरीज का नाम राम बिसवाल था, जो 22 अगस्त को अपने परिचित के साथ तेलीबांधा के एक हॉस्पिटल के जनरल वार्ड में भर्ती था. उसके साथ एक अटेंडर भी मौजूद था. दोपहर के वक्त अटेंडर कहीं चला गया. इसी बीच मरीज राम बिसवाल ने हॉस्पिटल बिल्डिंग की पांचवी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी. पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है. - विनय सिंह बघेल, थाना प्रभारी, तेलीबांधा
कैसे घटी घटना: पुलिस के मुताबिक ''मरीज राम बिस्वाल बिस्तर से उठकर टहल रहा था. वह कुछ देर तक इधर-उधर घूमने के बाद देखता रहा फिर खिड़की के पास चला गया. उसने खिड़की खोलने की भी कोशिश की लेकिन खिड़की खोलने में नाकाम रहा. इसके बाद आखिरकार खिड़की के ऊपर चढ़कर मरीज ने छलांग लगा दी और जमीन पर गिरते ही उसकी मौत हो गई.''
ओडिशा के बरगढ़ का रहने वाला था मरीज: मृतक राम बिसवाल ओडिशा के बरगढ़ का रहने वाला था. खेती किसानी कर अपने परिवार का पालन करता था. मृतक की एक बेटी है जिसे पुलिस ने घटना की सूचना दे दी है. पुलिस अब ये पता लगाने का काम कर रही है कि आखिर मरीज ने आत्महत्या क्यों की.