रायपुर: छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर पैरेंट्स टीचर मीटिंग शुरू हुई. मंगलवार को प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में पीटीएम हुआ. सीएम विष्णुदेव साय भी पीटीएम में शामिल हुए. जशपुर के बंदरचुंआ गांव में पैरेंट्स टीचर मीटिंग में सीएम साय अपनी पत्नी कौशल्या साय के साथ पहुंचे. इस दौरान वहां कई बच्चों के परिजन पहुंचे. सीएम साय ने पीटीएम में बच्चों के परिजनों और बच्चों से नई शिक्षा नीति पर चर्चा की.
पैसेंट्स टीचर मीटिंग में सीएम विष्णुदेव साय और उनकी पत्नी: जशपुर के बंदरचुंआ गांव के गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित मेगा पालक शिक्षक बैठक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कुछ बच्चे माता पिता के साथ तो कुछ बच्चे अपने दादा दादी के साथ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. पीटीएम में सीएम साय ने कहा "परिवार किसी भी बच्चे की पहली पाठशाला है और माता पिता पहले गुरू हैं. सरकारी स्कूलों में पैरेंट्स टीचर मीटिंग शुरू करने का उद्देश्य ये है कि परिजनों को उनके बच्चों के पढ़ाई लिखाई के बारे में जानकारी मिले. " सीएम ने पैरेंट्स से अपील की कि बच्चों की शिक्षा से जुड़े रहे, इससे बच्चे के पढ़ाई लिखाई के बारे में जानकारी मिलेगी. इसके अलावा बच्चा गलत संगत से भी दूर रहेगा.
पीटीएम में साढ़े 7 लाख से ज्यादा पैरेंट्स हुए शामिल: स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने बताया कि अब तक 5500 संकुलों में पालक शिक्षकों की मीटिंग हो चुकी है. इसमें 7.59 लाख से ज्यादा पालक शिक्षक शामिल हुए हैं. इस दौरान एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत स्कूलों में 2 लाख से ज्यादा पौधों का रोपण पैरेंट्स और टीचर ने किया. उन्होंने बताया कि पालक-शिक्षक बैठक का मुख्य उद्देश्य पढ़ाई लिखाई और स्कूली गतिविधियों में शिक्षकों के साथ पालकों की सहभागिता सुनिश्चित करना है. पालक शिक्षक बैठक चालू शैक्षणिक सत्र में तिमाही और अर्द्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के उपरांत पालक शिक्षक बैठक आयोजित करने की योजना है. बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सर्वांगीण विकास के लिए स्कूल और पालकों के बीच समन्वय स्थापित करने के साथ ही बच्चों की संपूर्ण गतिविधियों से पालकों को अवगत कराना इसका उद्देश्य है.