उदयपुर: जिले के गोगुंदा इलाके में पैंथर का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. कड़ी मशक्कत के बाद अब 5 साल की बच्ची का शव मिल गया है. दरअसल बुधवार रात को पैंथर 5 साल की मासूम को उठा ले गया. जंगल में बच्ची की कटी हुई हथेली मिली. उससे कुछ दूर आगे उसका शव पड़ा था. गांव वाले कुछ कर पाते, इससे पहले ही झाड़ियों के बीच से लेपर्ड आया और शव उठा ले गया. हमले के करीब 15 घंटे बाद गुरुवार दोपहर को बच्ची की बॉडी मिली है. पिछले 10 दिन में पैंथर इस इलाके से 4 लोगों का शिकार कर चुका है.
5 साल की बच्ची को पैंथर ने बनाया अपना शिकार: पिछले दिनों एक आदमखोर पैंथर ने तीन लोगों को अपना शिकार बनाया था. प्रशासन और आर्मी की कड़ी मशक्कत के बाद दो पैंथर पिंजरे में कैद हो गए थे. इसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली. लेकिन बुधवार को एक और पैंथर ने एक 5 साल की बच्ची को अपना शिकार बना लिया. जिसके पास पूरे गांव और इलाके में भय और तनाव का माहौल है.
बॉडी पार्ट्स को थैलियों में भेजा: जंगल में शव की तलाश कर रहे वन विभाग, पुलिस और ग्रामीणों ने गुरुवार को करीब 12 बजे बच्ची की बॉडी के अलग-अंग देखे. लेपर्ड ने जिस जगह शिकार किया था, उससे करीब एक किलोमीटर आगे झाड़ियों के पास सिर और धड़ मिले हैं. बॉडी पार्ट्स को थैलियों में गोगुंदा सीएचसी में भेजा गया. इस बीच लेपर्ड को पकड़ने व अलग-अलग मांग को लेकर बंद गोगुंदा-झाड़ोल मार्ग को भी दोपहर करीब 12 बजे खुलवाया गया है. वन विभाग ने रात को हुई घटना के बाद घटनास्थल कुडाऊ गांव की भील बस्ती के पास रात करीब 11 बजे पिंजरा लगा दिया था.
प्रशासन के अधिकारी ने पूरे मामले की जानकारी: एसडीएम नरेश सोनी ने बताया कि बच्ची का शव जंगल से रिकवर कर लिया गया है. बुधवार शाम की एक घटना थी. उन्होंने बताया कि 5 साल की बच्ची नदी किनारे अपनी मां के साथ खेल रही थी. इस दौरान बच्ची वहां से गायब हो गई. स्थानीय युवाओं ने जब बच्ची का शव देखा, तो इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटना से करीब 700 मीटर दूर बच्ची का शव मिला है.
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अब तक चार लोगों का शिकार किया: गोगुंदा थाना क्षेत्र के छाली ग्राम पंचायत के उंडीथल, भेवड़िया और उमरिया में लेपर्ड तीन लोगों की जान पहले ही ले चुका है. 25 सितंबर की रात को यह चौथी घटना हो गई. छाली पंचायत क्षेत्र के बाघदड़ा में 24 सितंबर की रात एक और लेपर्ड का मूवमेंट रहा था. इसकी पुष्टि उसके पैरों के निशान से हुई थी. यह जगह उमरिया से डेढ़ किमी दूर है. यहीं से दो लेपर्ड पकड़े गए थे. इससे साफ है कि दो तीन पहले तक महज डेढ़ किमी दायरे में 3 लेपर्ड का मूवमेंट था. नए लेपर्ड का पता चलते ही गोगुंदा, देवला और मावली रेंज के 15 कर्मचारियों की टीम को एक्टिव कर दिया था. बावजूद इसके लेपर्ड बच्ची का शिकार कर ले गया.