बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को 20 दिन से ज्यादा का समय हो गया है. नवंबर में जहां धान खरीदी की रफ्तार सुस्त दिखी, अब दिसंबर में धान तिहार में तेजी दिख रही है. पूरे प्रदेश में पांच दिसंबर 2024 तक कुल 29.22 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है. किसानों को धान परचेज के बदले 6727.93 करोड़ रूपए का भुगतान हुआ है. कुल 6.15 लाख किसानों को पेमेंट किया गया है.
बिलासपुर में भी बढ़ रही धान की आवक: बिलासपुर जिले में भी धान खरीदी में किसानों का जोश बढ़ रहा है. दिसंबर महीने की शुरुआत से जिले के धान खरीदी केंद्रों पर किसान धान लेकर पहुंच रहे हैं. धान खरीदी केंद्रों और शहर में प्रशासन धान तिहार को लेकर बेहद मुस्तैद है. बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने धान खरीदी से जुड़े अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है. अवैध धान के परिवहन पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने बिलासपुर और अन्य जिलों की सीमा में 7 चेकपोस्ट बनाए हैं. जिसके जरिए अवैध धान को रोकने का काम किया जा रहा है. धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए हरदीपारा बैरियर, सोंठी बैरियर, रतनपुर परिक्षेत्र में रतनपुर बैरियर और कोटा परिक्षेत्र में कुवारीमुड़ा बैरियर लगाया गया है.
इन चेक पोस्टों से होकर धान लेकर गुजरने वाले वाहनों के दस्तावेजों की जांच की जायेगी.अवैध धान की जानकारी मिलने पर विशेष चेकिंग दल को सूचित किया जाएगा, जो कि मौके पर पहुंच कर आगे की कार्रवाई करेगी. चेक पोस्टों में तीन पालियों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गई है. कुल 15 बिचौलियों पर भी कार्रवाई की जा चुकी है- अवनीश शरण, कलेक्टर, बिलासपुर
कितने बिचौलियों पर हुई कार्रवाई ?: अब तक बिलासपुर में कुल 15 बिचौलिओं पर कार्रवाई हुई है. अवैध धान के परिवहन को रोकने के लिए विशेष चेकिंग दल को सूचित किया जाता है. यह चेकिंग दल लगातार काम कर रहा है और अवैध धान के परिवहन को रोक रहा है. पूरे राज्य में इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल हैं. इस साल 2739 उपार्जन केन्द्रों पर खरीदी हो रही है. इसके साथ ही 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है.