लखनऊ: तबादला नीति के अंतिम दिन परिवहन विभाग के एआरटीओ का अतिरिक्त प्रभार हटाकर मूल पद पर तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए है. रविवार को परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने कार्यालय में आदेश जारी करते हुए कहा, कि प्रदेश भर में तत्कालिक प्रभाव से सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों के अतिरिक्त प्रभार को निरस्त कर दिया गया है.
इनमें लखनऊ देवा रोड स्थिति, एआरटीओ कार्यालय के एआरटीओ प्रशासन हिमांशु जैन के अलावा प्रदेश भर के करीब 12 एआरटीओ एक जुलाई से अपने मूल पद पर आकर काम करेंगे. बता दें, कि पिछले एक वर्ष के दौरान एआरटीओ को अपने काम के साथ-साथ शासकीय और राजस्व हित में अतिरिक्त रूप से प्रभार दिए गए थे, जिन्हें तत्काल प्रभाव से 30 जून को निरस्त करते हुए मूल पद तैनाती के आदेश जारी किए गए.
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तबादले के दायरे में आए शाखाध्यक्ष से जुड़े तीन पद: रोडवेज से जुड़े पांच मान्यता प्राप्त यूनियनों के पदाधिकारियों की सूची मुख्यालय ने तलब की है. इनमें रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद, उप्र रोडवेज कर्मचारी संघ, श्रमिक समाज कल्याण संघ, यूपी रोडवेज इम्पलाइज यूनियन और सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ है. इस सूची में तबादले के दायरे से बाहर रहने वाले तीन स्तर के पदाधिकारियों को शामिल किया गया है. इनमें प्रांतीय अध्यक्ष, प्रांतीय महामंत्री, क्षेत्रीय अध्यक्ष और क्षेत्रीय मंत्री, मुख्य शाखा अध्यक्ष और मुख्य शाखा मंत्री शामिल हैं. जबकि, तबादले के दायरे में डिपो शाखा अध्यक्ष, तकनीकी शाखा अध्यक्ष और प्रशासनिक शाखा अध्यक्ष होंगे. ऐसे में डिपो, तकनीकी और प्रशासनिक शाखा से जुड़े पदाधिकारियों को तबादले के दायरे में रखा गया है.