नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके बाद से दिल्ली की सियासत में सरगर्मी बढ़ गई. अलग-अलग पार्टी के नेताओं की प्रक्रिया सामने आ रही है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव और कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है.
देवेंद्र यादव ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के फैसले का स्वागत करेंगे. देर से ही सही लेकिन उन्होंने अच्छा फैसला लिया है, लेकिन इसमें भी अभी दो दिन का किस बात का इंतजार है, यह बात समझ नहीं आ रही है. अगर केजरीवाल यही फैसला आज से चार-पांच महीने पहले लेते तो हमें खुशी होती, जब दिल्ली की जनता परेशानियों से जूझ रही थी. मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि दो दिन में ऐसा क्या बदलेगा, जिसका इंतजार अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं. इस्तीफा तुरंत दे देना चाहिए. यह एक राजनीतिक नाटक जैसा लगता है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट पहले ही उन पर बैन लगा चुका है. हम पहले से ही इसका मांग कर रहे हैं, एक बेहतर एडमिनिस्ट्रेशन के लिए. जेल से बैठकर सरकार नहीं चलाई जा सकती.
#WATCH दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, " दो दिन का समय क्यों चाहिए अरविंद केजरीवाल को? वे 2 दिनों में क्या करना चाहते हैं? दिल्ली की जनता तो आम आदमी पार्टी की सरकार से निजात… pic.twitter.com/i5Guk1Jo89
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अरविंद केजरीवाल की नैतिकता नहीं बचीः वहीं, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा है कि इस इस्तीफे का कोई मतलब नहीं है. हम लोग बहुत पहले से ही कह रहे थे उन्हें सीएम पद को छोड़ देना चाहिए. जब आपको जेल हो गई थी. भले ही किसी भी कारण से हुई थी तो आपको मुख्यमंत्री पद से हट जाना चाहिए था. अब उनका सीएम पद को छोड़ना सिर्फ एक नाटक है. दुनिया के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब कोई चुना हुआ व्यक्ति जब जेल से निकले, तो उसे सुप्रीम कोर्ट कहे कि किसी फाइल को साइन नहीं कर सकते. आप दफ्तर नहीं जा सकते. सुप्रीम कोर्ट को केजरीवाल पर भरोसा नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने खुलकर कहा कि यह ऐसा व्यक्ति है, जो उनकी नजरों में इस समय मुख्यमंत्री बनने के लायक नहीं है. इसके बाद केजरीवाल की कोई नैतिकता नहीं बचती, लेकिन अरविंद केजरीवाल और नैतिकता में मुझे नहीं लगता कि किसी भी तरह का आपस में कोई संबंध है. केजरीवाल नैतिकता की दुहाई देकर ही तो मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन इसकी झलक नहीं दिखाई.
#WATCH रायपुर, छत्तीसगढ़: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, " ये उनका निर्णय है लेकिन ये सच है कि जब लोकतंत्र में अंतिम निर्णय जनता का होता है कांग्रेस पार्टी हमेशा हर चुनौती के लिए तैयार है। अभी 2… pic.twitter.com/Ov14mHH9ZY
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कांग्रेस हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयारः कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि ये उनका निर्णय है लेकिन ये सच है कि जब लोकतंत्र में अंतिम निर्णय जनता का होता है. कांग्रेस पार्टी हमेशा हर चुनौती के लिए तैयार है. अभी 2 राज्यों में चुनाव हो रहे हैं दोनों राज्यों में प्रचंड बहुमत के साथ कांग्रेस और हमारा गठबंधन जीतकर आएगा. दिल्ली में भी कांग्रेस हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली की जनता की बड़ी जीतः दिल्ली बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने कहा कि आखिर भ्रष्टाचारी केजरीवाल को इस्तीफा देना पड़ेगा. यह इस्तीफा सुप्रीम कोर्ट का डंडा पड़ने के कारण देना पड़ रहा है, जो आदमी जेल से सरकार चलाने की जिद्द कर रहा था, आज उसे इस्तीफे की घोषणा करना पड़ा. यह भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली की जनता की बड़ी जीत है. बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि केजरीवाल अब नाटक कर रहे हैं. उन्होंने इस्तीफा इतने दिनों से क्यों नहीं दिया था. आम आदमी पार्टी फिर से दिल्ली की जनता को धोखा दे रही है.
#WATCH दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, " ...अरविंद केजरीवाल को तो कोर्ट ने मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था, तो यह एक नया नाटक है...होना तो यह चाहिए था कि जिस दिन वे जेल जा रहे थे, उसी दिन इस्तीफा दे… pic.twitter.com/vJobJVKRkd
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AAP के भ्रष्ट प्रशासन से निजातः दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दो दिन का समय क्यों चाहिए अरविंद केजरीवाल को? वे 2 दिनों में क्या करना चाहते हैं? दिल्ली की जनता तो आम आदमी पार्टी की सरकार से निजात पाना चाहती है. उनके इस्तीफे से काम नहीं चलेगा. दिल्ली की जनता AAP के भ्रष्ट प्रशासन से निजात पाना चाहती है.
केजरीवाल को अपने विधायकों पर भरोसा नहींः भाजपा सांसद मनोज तिवारी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल को तो कोर्ट ने मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था, तो यह एक नया नाटक है. होना तो यह चाहिए था कि जिस दिन वे जेल जा रहे थे, उसी दिन इस्तीफा दे देना चाहिए था. इस देश के इतिहास में जब भी कोई मुख्यमंत्री जेल जाता है, तो इस्तीफा देता है, ताकि प्रदेश चलता रहे. अब जब वे इस्तीफा दे रहे हैं, तो 2 दिन का समय ले रहे हैं. कल्पना की जा सकती है कि दो दिन में क्या होगा. उन्हें अपना उत्तराधिकारी ढूंढना है. उन्हें लोगों पर भरोसा नहीं है, उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है. जो भी होगा, देखना दिलचस्प होगा.
जेल से सरकार चलाने की बात झूठीः बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि आज यह साबित हो गया है कि अरविंद केजरीवाल की जेल से सरकार चलाने की बात पूरी तरीके से झूठी थी और वह जनता को गुमराह कर रहे थे. आज जनता के दबाव में उनको अपनी गद्दी छोड़नी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में कोई काम नहीं हो रहा था तो जेल से सरकार कैसे चल रही थी. दिल्ली में अगले कुछ माह में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इससे पहले वह इस्तीफा देकर अपने भ्रष्टाचार को छुपाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव में जनता के बीच जाना होगा और जनता के सवालों को जवाब देना होगा. सरकार के भ्रष्टाचार के सवालों पर सीएम केजरीवाल के पास को कोई जवाब नहीं है. इसलिए अब इस्तीफा देकर नाटक कर जनता को गुमराह करने का काम करेंगे.
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