नई दिल्ली: कांग्रेस की छात्र शाखा NSUI ने सोमवार को जंतर-मंतर पर NEET-UG में कथित अनियमितताओं और UGC-NET परीक्षा रद्द करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने अपना रोष प्रकट करने के लिए धर्मेंद्र प्रधान से जुड़े कई पोस्टर भी लगाए. NSUI ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत के दिन संसद का घेराव करने के लिए मार्च किया. हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के किसी मार्च की अनुमति नहीं दी गई है और किसी भी तरह के प्रयास को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए NSUI के प्रेसिडेंट वरुण चौधरी की अगुवाई में सैकड़ों सदस्य जंतर-मंतर पर एकत्र हुए. राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ से जंतर-मंतर पहुंचे छात्रों का कहना है कि छात्र दिन रात पढ़ाई करते हैं और सरकार आसानी से कह देती है कि पेपर लीक हो गया. नीट की परीक्षा दोबारा होनी चाहिए और जो सीबीआई जांच के आदेश दिए गए हैं उससे हम संतुष्ट नहीं है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अपने पद से इस्तीफे दें.
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वहीं, वरुण चौधरी का कहना है कि नीट का पेपर लीक होने से 24 लाख छात्रों पर असर पड़ा है. उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. यूजीसी नेट का पेपर हुए 24 घंटे भी नहीं हुए और उसे रद्द कर दिया गया. केंद्रीय शिक्षा मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. कांग्रेस पार्टी और एनएसयूआई छात्र संगठन छात्रों के साथ है और इस नए आंदोलन की शुरुआत ओडिशा से होगी, जहां केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का घर है.
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