लखनऊ : हैसिंडा प्रोजेक्ट भूमि घोटाले में नोयडा विकास प्राधिकरण के सीईओ रह चुके पूर्व आईएएस मोहिंदर सिंह को ईडी ने फिर से नोटिस भेजा है. एजेंसी ने 5 अक्टूबर को लखनऊ स्थित जोनल ऑफिस में उन्हें तलब किया है. इससे पहले भी उन्हें नोटिस देकर 23 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. हालांकि वे नहीं पहुंचे थे.
दरअसल, हेसिंडा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (एचपीपीएल), इसके प्रमोटरों और निदेशकों और संबंधित संस्थाओं द्वारा 426 करोड़ की धोखाधड़ी की गई थी. इसे लेकर ईडी ने बीते दिनों यूपी के नोएडा, मेरठ , दिल्ली, चंडीगढ़ और गोवा में स्थित 18 स्थानों पर छापेमारी की थी. ये सभी ठिकाने मोहिंदर सिंह, कंपनी के प्रमोटर सुरप्रीत सिंह, विदुर भारद्वाज, निर्मल सिंह, आदित्य गुप्ता, आशीष गुप्ता के थे.
ईडी के मुताबिक छापेमारी के दौरान एजेंसी को 42.56 करोड़ नकदी दी, 29.35 करोड़ के सोने व हीरों के गहने, 5.26 करोड़ का एक सोलीटेयर हीरा, 7.1 करोड़ के हीरे के आभूषण और करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए थे. ईडी के मुताबिक इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर साल 2019 में जांच शुरू की गई थी.
नोएडा हैसिंडा प्रोजेक्ट भूमि घोटाले में नई दिल्ली में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा एचपीपीएल, इसके निदेशक, अधिकारियों और अन्य के खिलाफ निवेशकों और घर खरीदारों के पैसे को हटाने और निकालने के लिए कई एफआईआर दर्ज की गई थी. निवेशकों को वादे के अनुसार अपार्टमेंट उपलब्ध नहीं कराए गए थे.
ईडी को मोहिंदर सिंह के बेनामी बेनामी संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली थी. इसकी जांच चल रही है. इसे लेकर ईडी पूर्व अफसर से सवाल करना चाहती है. एचपीपीएल संचालकों को लाभ पहुंचाने की आशंका के मद्देनजर भी उनसे जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है.
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