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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी की समस्या हुई दूर, एक रैपिड रेल और दूसरा पॉड टैक्सी से जोड़ा जाएगा - connectivity with Noida Airport

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का निर्माण अंतिम दौर में हैं. अक्टूबर से यात्री सेवाओं की शुरूआत हो जाएगी. एयरपोर्ट की सड़क कनेक्टिविटी की परियोजनाओं पर भी काम तेज हो गया है.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी की समस्या हुई दूर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी की समस्या हुई दूर (ETV Bharat Reporter)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 15, 2024, 12:50 PM IST

एयरपोर्ट को छह रोड कनेक्टिविटी, एक रैपिड रेल और एक पॉड टैक्सी से जोड़ा जाएगा (ETV Bharat Reporter)

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले फेस का कंस्ट्रक्शन वर्क अंतिम दौर में है. अक्टूबर से यात्री सेवाओं की शुरुआत हो जाएगी. इसको देखते हुए एयरपोर्ट की सड़क से कनेक्टिविटी की प्रोजेक्ट के काम को तेज कर दिया गया है. एयरपोर्ट को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी के लिए 31 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है. यह बल्लभगढ़ में एक्सप्रेस-वे को कनेक्ट करेगा. इसके लिए यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ मेंबरों के साथ बैठक कर कनेक्टिविटी के मार्ग में आ रही रही बाधाओं को दूर कर लिया गया है.

यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि 31 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण का काम एनएचआई कर रहा है, इसके साथ ही एक्सप्रेस वे से लेकर एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी साढ़े सात सौ मीटर की रोड बननी है, जो की आठ लाइन है उसमें चार लेन जल्दी शुरू करने की बात थी वह 15 जून तक शुरू हो जाएगा. बाकी चार लेन 15 अगस्त तक शुरू होगा. यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के उत्तर व पूर्व में तीस मीटर चौड़ी सड़क निर्माण का काम एनएचएआई करेगा.

यह भी पढ़ें- रैपिड रेल कॉरिडोर का सबसे व्यस्त स्टेशन है गाजियाबाद, कोचिंग सेंटरों और शैक्षणिक संस्थानों के चलते छात्रों की पसंद

8.2 किमी लंबी सड़क के निर्माण में 63 करोड़ रुपये खर्च होंगे. आठ माह में सड़क का निर्माण पूरा हो जाएगा. इससे बल्लभगढ़ की कनेक्टिविटी है और जो एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी का स्पेसिफिकेशन है वह एक जैसा रहे क्वालिटी में कोई समझौता नहीं हो. इसलिए वह दोनों रोड बनाने का काम एनएचआई को दिया गया है. इस सड़क के बनने से यमुना एक्सप्रेस वे से कार्गो टर्मिनल से जुड़ जाएगा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे से नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए वीआईपी एक्सेस मार्ग बनेगा. इसका निर्माण भी एनएचएआई करेगा. इस मार्ग का उपयोग वीआईपी व आपातकालीन स्थिति में किया जाएगा.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शुरू होने के बाद 6 रोड कनेक्टिविटी, एक रैपिड रेल कम मेट्रो रेल कनेक्टिविटी, और एक पॉड टैक्सी से जोड़ा जाएगा. रोड कनेक्टिविटी के सारे काम अवार्ड कर दिए गए हैं, जो 60 मीटर रोड का काम है थोड़ा बचा हुआ है. उसे जल्द पूरा कर लिया जायेगा. रैपिड रेल कम मेट्रो रेल की डीपीआर अप्रूव हो चुकी है, शासन से केवल फंडिंग पैटर्न के लिए संस्तुति के लिए भेजी गई है. पॉड टैक्सी और मोनो रेल के लिए स्टडी कराई जा रही है इसमें डेढ़ से 2 साल लग जाएंगे.

यह भी पढ़ें- गाजियाबाद: यमुना नदी में चल रहा था अवैध खनन, एसडीएम को देख भागे माफिया

एयरपोर्ट को छह रोड कनेक्टिविटी, एक रैपिड रेल और एक पॉड टैक्सी से जोड़ा जाएगा (ETV Bharat Reporter)

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले फेस का कंस्ट्रक्शन वर्क अंतिम दौर में है. अक्टूबर से यात्री सेवाओं की शुरुआत हो जाएगी. इसको देखते हुए एयरपोर्ट की सड़क से कनेक्टिविटी की प्रोजेक्ट के काम को तेज कर दिया गया है. एयरपोर्ट को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी के लिए 31 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है. यह बल्लभगढ़ में एक्सप्रेस-वे को कनेक्ट करेगा. इसके लिए यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ मेंबरों के साथ बैठक कर कनेक्टिविटी के मार्ग में आ रही रही बाधाओं को दूर कर लिया गया है.

यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि 31 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण का काम एनएचआई कर रहा है, इसके साथ ही एक्सप्रेस वे से लेकर एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी साढ़े सात सौ मीटर की रोड बननी है, जो की आठ लाइन है उसमें चार लेन जल्दी शुरू करने की बात थी वह 15 जून तक शुरू हो जाएगा. बाकी चार लेन 15 अगस्त तक शुरू होगा. यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के उत्तर व पूर्व में तीस मीटर चौड़ी सड़क निर्माण का काम एनएचएआई करेगा.

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8.2 किमी लंबी सड़क के निर्माण में 63 करोड़ रुपये खर्च होंगे. आठ माह में सड़क का निर्माण पूरा हो जाएगा. इससे बल्लभगढ़ की कनेक्टिविटी है और जो एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी का स्पेसिफिकेशन है वह एक जैसा रहे क्वालिटी में कोई समझौता नहीं हो. इसलिए वह दोनों रोड बनाने का काम एनएचआई को दिया गया है. इस सड़क के बनने से यमुना एक्सप्रेस वे से कार्गो टर्मिनल से जुड़ जाएगा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे से नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए वीआईपी एक्सेस मार्ग बनेगा. इसका निर्माण भी एनएचएआई करेगा. इस मार्ग का उपयोग वीआईपी व आपातकालीन स्थिति में किया जाएगा.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शुरू होने के बाद 6 रोड कनेक्टिविटी, एक रैपिड रेल कम मेट्रो रेल कनेक्टिविटी, और एक पॉड टैक्सी से जोड़ा जाएगा. रोड कनेक्टिविटी के सारे काम अवार्ड कर दिए गए हैं, जो 60 मीटर रोड का काम है थोड़ा बचा हुआ है. उसे जल्द पूरा कर लिया जायेगा. रैपिड रेल कम मेट्रो रेल की डीपीआर अप्रूव हो चुकी है, शासन से केवल फंडिंग पैटर्न के लिए संस्तुति के लिए भेजी गई है. पॉड टैक्सी और मोनो रेल के लिए स्टडी कराई जा रही है इसमें डेढ़ से 2 साल लग जाएंगे.

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