नई दिल्ली: राजधानी में यूपीएसी छात्र की करंट लगने से मौत के मामले में नेशनल ह्यूमन राइट कमीशन (एनएचआरसी) ने संज्ञान लिया है. एनएचआरसी ने दिल्ली के मुख्य सचिव, पुलिस आयुक्त और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के अध्यक्ष को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है.
दरअसल 22 जुलाई को दिल्ली के पटेल नगर इलाके में बारिश के बाद जलभराव के दौरान अपने कमरे तक जाने के दौरान सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे निलेश ने लोहे का खंभा पकड़ा, जिससे वह करंट की चपेट में आ गया था. आयोग ने पाया कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसमें अधिकारियों की स्पष्ट तौर पर लापरवाही पीड़ित की मौत की वजह बनी है और यह मानवाधिकार के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है. इलाके में जल भराव और बिजली के खंबे से लोहे के गेट तक करंट के प्रवाह का होना घोर लापरवाही है.
इतना ही नहीं एनएचआरसी ने इस बात का भी जवाब देने के लिए कहा है कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई हो रही. साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम के बारे में भी बताया जाए. इसके अलावा इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी बताया जाए.
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गौरतलब है कि 24 जुलाई को बारिश के बाद पटेल नगर इलाके में हुए जलभराव के बाद करंट की चपेट में आने से निलेश की मौत हो गई थी. हालांकि मृतक के दोस्तों और पड़ोसियों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सके थे. बाद में पुलिस ने आकर युवक को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
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