नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर मंतर पर मंगलवार को हाथरस सत्संग में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. कार्यक्रम एनसीपी शरद पवार गुट के कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित किया गया. इसमें सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकाला और हादसे में जान गवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि पुष्प अर्जित किया.
जंतर मंतर पर इस कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ता हाथ में पोस्ट बैनर लेकर इस घटना के आरोपियों पर कार्रवाई की मांग भी करते हुए नजर आए. कार्यकर्ताओं की मांग है कि इस मामले में जो भी लोग दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि आखिर बाबा के खिलाफ क्यों करवाई नहीं की जा रही है. इस पूरे मामले का बाबा मास्टरमाइंड है. अगर वह सत्संग नहीं करते तो वहां पर यह घटना नहीं होती.
वहीं, प्रदर्शन में शामिल हुए एनसीपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सीमा मलिक ने बताया कि हाथरस के अंदर जो घटना हुई है, दुखद है. उम्मीद थी कि इसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी है, लेकिन अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसमें यह सवाल उठ रहा है आखिर क्यों बाबा को पुलिस बचा रही है.
सीमा मलिक ने बताया कि जिन लोगों ने जान गवाई है उनके परिवारजनों से पूछो कि उनके ऊपर क्या बीत रही है. सिर्फ 2 लाख रुपए के मुआवजा देने से कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मुआवजे की राशि बढ़ाई जानी चाहिए. वहीं, साउथ दिल्ली से हाथरस सत्संग में मारे गए मृतकों को श्रद्धांजलि देने पहुंची राजरानी ने बताया कि इस हादसे में मारे गए लोगों के आंकड़े गलत दिखाए गए हैं. वहां छोटे-छोटे बच्चे, महिलाएं की मौत हुई है, न्याय सबको मिलना चाहिए.
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