सुकमा: नक्सली मोर्चे पर सुकमा पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. शुक्रवार को सुकमा पुलिस के सामने चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. जिनमें एक हार्डकोर नक्सली भी शामिल है. वहीं सुरक्षाबलों के जवानों ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया है. जिस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था.
चार नक्सलियों का सरेंडर: सुकमा एएसपी निखिल राखेचा ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति व जिले में चलाए जा रहे नियद नेल्लानार योजना से मिलने वाली सुविधाओं से प्रभावित होकर 1 हार्डकोर सहित 4 माओवादी ने सरेंडर किया है. सरेंडर नक्सली नुप्पो सोमड़ा आरपीसी DAKMS अध्यक्ष, इड्डो लक्खा आरपीसी DAKMS सदस्य, सोयम लच्छा मिलिशिया सदस्य, कुंजाम लच्छा मिलिशिया सदस्य जो सुकमा जिले के गोलापल्ली व किस्टारम थाना क्षेत्र के निवासी हैं. इस सरेंडर में जिला बल व CRPF 212 का महत्वपूर्ण योगदान रहा. जल्द ही सभी सरेंडर नक्सलियों को उन्नमूलन नीति के तहत सुविधाएं उपलब्ध कराया जाएगा. सरेंडर करने वाले नक्सली पुलिस गश्त पार्टी की रेकी करने, स्पाइक्स होल लगाने, मार्ग अवरुद्ध करने, नक्सली बैनर पोस्टर लगाने जैसे घटनाओं भी शामिल थे.
इनामी नक्सली गिरफ्तार: सुकमा में ही दूसरी घटना में एक इनामी नक्सली को अरेस्ट किया गया है. एएसपी ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के तहत जिला बल व DRG की संयुक्त टीम को एटापाल के जंगलों में रवाना किया गया था. जंगल में पुलिस पार्टी को देखकर ग्रामीण वेशभूषा में संदिग्ध छुपने का प्रयास कर रहे थे. जिनमे 1 संदिग्ध को जवानों ने पकड़ लिया. जिससे गहन पूछताछ करने पर नक्सली संगठन में मिलिशिया कमांडर के पद पर काम करना बताया. पुलिस ने संदिग्ध को गिरफ्तार किया. उसके पास से टिफिन आईईडी बम व 15 मीटर कोडेक्स वायर जब्त किया.
गिरफ्तार संदिग्ध ने अपना नाम सोढ़ी पोज्ज़ा बताया. संदिग्ध को गिरफ्तार करके रिकॉर्ड चेक करने पर साल 2019 में चिंतागुफा क्षेत्रान्तर्गत फायरिंग की घटना में शामिल होने का खुलासा हुआ. आरोपी नक्सली के खिलाफ थाना चिंतागुफा में 18/19 धारा 147, 148, 149, 307, 120 25, 27 आर्म्स एक्ट 38, 39, 1, 2 के तहत केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया और न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. मिलिशिया कमांडर के पद पर पदस्थ रहने के कारण 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था.