जगदलपुर: बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के कैंप को अपना निशाना बनाया है. नक्सलियों ने जगरगुंडा थाना क्षेत्र में स्थित पुवर्ती गांव में कैंप पर हमला किया. अचानक पहुंचे कई नक्सलियों ने कैंप में जवानों पर UBGL यानी अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर दागे. कैंप में नक्सली हमले के बाद जवानों ने मोर्चा संभाला.
कैंप पर नक्सली हमला: सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया "शुक्रवार की शाम लगभग 6:30 - 7:00 बजे जगरगुंडा थाना क्षेत्र के पुवर्ती गांव में स्थित सुरक्षाबल के कैंप में नक्सलियों ने अचानक हमला कर दिया. नक्सलियों ने जवानों के कैंप पर अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर जैसे घातक हथियार से करीबन 15 से 20 राउंड फायरिंग किया है. हमला होते देख जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की.जिसके बाद नक्सली घने जंगल और झाड़ियों की आड़ लेकर फरार हो गए." एसपी के अनुसार इस घटना में कैंप में रहने वाले सभी जवान सुरक्षित है.
बस्तर में नक्सलवाद से निपटने की रणनीति : बस्तर में 4 दशकों से काबिज नक्सलवाद के खात्मे के लिए अंदरूनी नक्सल प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में सुरक्षा कैंप स्थापित किया जा रहा है. माओवादियों के गढ़ को पुलिस अपने कब्जे में ले रही है. हाल में सीआरपीएफ के 4000 जवान बस्तर पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही बस्तर में आर्मी भी तैनात की जा रही है. इधर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भी कहा कि तय समय में नक्सलियों का खात्मा छत्तीसगढ़ से होगा. हालांकि उन्होंने नक्सलियों से निपटने आर्मी के इस्तेमाल से इनकार किया.
बस्तर पुलिस ने 9 सितंबर को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की. बस्तर रेंज IG सुंदरराज पी ने बताया कि बस्तर में साल 2024 में अलग अलग नक्सली हमलों में बीते 8 महीने में 153 माओवादियों के शव अलग अलग मुठभेड़ों के बाद बरामद किए गए हैं.