कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नीट यूजी री एग्जाम 2024 के परिणाम जारी करने के साथ ही सभी कैंडिडेट्स के रिवाइज्ड स्कोर कार्ड भी जारी कर दिया. इन रिवाइज्ड स्कोर कार्ड्स में कैंडिडेट की ऑल इंडिया रैंक्स (AIR) व कैटेगरी रैंक्स में बदलाव हुआ है. हालांकि, सामान्य तौर पर इस परिवर्तन के अधिक मायने नहीं है. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 629 अंकों पर एक कैंडिडेट की मूल स्कोर कार्ड में ऑल इंडिया रैंक 49677 व कैटेगरी रैंक 18587 थी, जो रिवाइज्ड स्कोर कार्ड में अब 629 अंकों पर ऑल इंडिया रैंक 49643 और कैटेगरी रैंक 18567 हो गई है.
देव शर्मा ने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि ऐसे कैंडिडेट को पहले भी गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट नहीं मिल रही थी. अब री नीट यूजी के बाद इन्हें गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट मिलने की संभावना नहीं है. उन्होंने बताया कि एनटीए ने री नीट यूजी में शामिल होने वाले कैंडिडेट के अंकों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है. एनटीए को अपनी साख कायम करने के लिए यह जानकारी सार्वजनिक करनी होगी.
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स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के लिए पेपर लीक बड़ा मुद्दा : देव शर्मा ने बताया कि कंपनसेटरी मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट्स में से 813 के री नीट यूजी में शामिल होना साफ करता है कि 750 कैंडिडेट के लिए कंपनसेटरी मार्क्स का कोई महत्व नहीं था, क्योंकि उन्होंने बिना कंपनसेटरी मार्क्स के भी अपना परीक्षा परिणाम स्वीकार कर लिया है. इससे साफ है कि एनटीए ने जमीनी स्तर से सटीक जानकारी जुटाए बिना ही कंपनसेटरी मार्क्स आवंटित कर दिए. यदि परीक्षा काल में हानि की सटीक जानकारी की गई होती तो शायद कंपनसेटरी मार्क्स देने की जगह किसी और विधि को अपनाया जा सकता था. शर्मा ने बताया कि कंपनसेटरी मार्क्स से बड़ा मुद्दा पेपर लीक का है और पेपर लीक को लेकर कैंडिडेट्स और उनके अभिभावकों में खासा रोष है.
काउंसलिंग होगी या रद्द होंगे एग्जाम : देव शर्मा ने बताया कि नीट यूजी 2024 में सफल कैंडिडेट्स को अब 15 फीसदी ऑल इंडिया कोटा या 85 फीसदी स्टेट कोटा काउंसलिंग शुरू होने का इंतजार है, ताकि वे मेडिकल संस्थानों में प्रवेश पाकर एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कर सके. हालांकि, इसके बावजूद सड़क से लेकर सदन तक गतिरोध बना हुआ है. ऐसे में अभी भी संशय के बादल छटे नहीं हैं. साथ ही सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि सरकार नीट यूजी के जारी किए गए रिवाइज्ड परिणाम के आधार पर काउंसलिंग करवाएगी या फिर पेपर को रद्द कर दोबारा करवाया जाएगा.