कोंडागांव: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बेहतर काम करने के लिए कोंडागांव और बलौदाबाजार को सम्मानित किया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में बड़ी कामयाबी हासिल करने पर दिल्ली के विज्ञान भवन में दोनों जिलों को ये सम्मान दिया गया. हेल्थ के क्षेत्र में क्वालिटी सेवा देने और करने पर सम्मान दिया जाता है. बाकायदा इसके लिए एक टीम स्वास्थ्य सेवाओं की जांच के लिए जिले के दौरे पर आती है. टीम की रिपोर्ट के आधार पर सम्मान का कौन हकदार होगा ये तय किया जाता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दोनों जिलों के लिए ये गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किए गए.
कोंडागांव जिला अस्पताल को मिला गुणवत्ता के क्षेत्र में सम्मान: गुणवत्ता स्वास्थ्य कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय अनुप्रिया पटेल ने दोनों जिलों को ये सम्मान दिया. इस मौके पर सम्मान पाने वाले सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल रहे. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन संचालक डॉ. जगदीश सोनकर, उप संचालक गुणवत्ता आश्वासन डॉ डी. के. तुर्रे, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक आनन्द साहू, विशेष अधिकारी डॉ अभ्युदय शक्ति तिवारी, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक, शहरी स्वास्थ्य, डॉ प्रदीप टंडन, राज्य सलाहकार(आयुष्मान आरोग्य मंदिर), डॉ नरेंद्र सिन्हा, राज्य सलाहकार (गुणवत्ता आश्वासन), डॉ विक्रम शर्मा, राज्य सलाहकार( ब्रिज कार्यक्रम) अंकिता तिवारी के साथ राज्य और जिलों से आये अधिकारी कर्मचारी इसमें शामिल हुए.
''28 जून 2024 को नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता मे आयोजित राष्ट्रीय स्तर के समारोह मे जिला अस्पताल कोंडागांव को सम्मानित किया गया. राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम NQAS के अंतर्गत जिला चिकित्सालय कोंडागांव का मूल्यांकन दिसंबर 2023 में राष्ट्रीय दल द्वारा किया गया. लगातार 3 दिनों तक निरीक्षण किया गया था. मूल्यांकन में अस्पताल के 17 विभाग क्वालिटी के विभिन्न पैमानों में खरे पाए गए. अस्पताल को कुल 91 प्रतिशत अंक प्राप्त हुये. नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर टीम द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य मे NQAS सर्टिफाइड सभी 14 जिला अस्पतालों में से सिर्फ कोंडागांव जिला अस्पताल को ही चयनित किया गया.'' - आर सी ठाकुर, सिविल सर्जन, कोंडगांव
मिला सम्मान बढ़ी जिम्मेदारी: कोंडागांव जिला अस्पताल और बलौदाबाजार को मिले ये सम्मान के बाद दूसरे जिला अस्पतालों के बीच भी बेहतर करने की प्रतिस्पर्धा तेज होगी. सरकारी अस्पताल को जो लोग बीमार और बेकार समझते हैं उस सोच में भी इस सम्मान से बदलाव आने की उम्मीद है.