नर्मदापुरम: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के हाथी इन दिनों छुट्टी पर हैं. दरअसल, हर किसी को काम के दौरान एक ब्रेक की जरूरत होती है. ऐसे ही एक सप्ताह तक चलने वाले हाथी कायाकल्प शिविर का शुभारंभ हो चुका है, जिसे पीसीएफ असीम श्रीवास्तव, जिला कलेकटर सोनिया मीना की उपस्थिति में शुरू किया गया. शिविर के दौरान हाथियों की जमकर मालिश कराई जा रही है. इतना ही नहीं इन हाथियों को इनका पसंदीदा भोजन भी कराया जा रहा है.
14 सितंबर तक चलेगा शिविर
दरअसल, 15 जून से 1 अक्टूबर तक जंगल सफारी पर पाबंदी रहती है. इस दौरान भी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के हाथी लगातार गश्ती कर जंगल की सुरक्षा करते हैं और एसटीआर के लिए दिन रात मेहनत करते हैं. वहीं हर साल की तरह मनाया जाने वाले हाथी पुनर्यौवनीकरण शिविर 7 सितंबर से शुरू हो गया है, जो 14 सितंबर तक चलेगा. इस कैंप में हाथियों से कोई काम नहीं कराया जाता है, बल्कि हाथियों की महावत सेवा करते हैं. इन दिनों में हाथियों की मालिश, उनका उपचार और स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जाता है. साथ ही उनका पसंदीदा भोजन उन्हे खिलाया जाता है.
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महावत करेंगे हाथियों की सेवा
पीसीएफ असीम श्रीवास्तव के मुताबिक, '' सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चुरना क्षेत्र में हाथी कैंप का आयोजन किया गया है. एक सप्ताह के लंबे अवकाश का हाथी इस शिविर के दौरान आनंद लेंगे. यह हाथियों के लिए पूर्ण आराम का सप्ताह होगा, जबकि उनके महावत और चारा काटने वाले भी खेलकूद और कुछ आराम के समय में व्यस्त रहेंगे. यह वार्षिक आयोजन उत्सवपूर्ण है, जिसका उद्देश्य इन हाथियों और उनके महावतों द्वारा संरक्षण के लिए प्रदान की जाने वाली सेवा की सराहना करना रहता है. इस दौरान महावतों ने अपने हाथियों को हल्दी और चावल के लेप से सजाया और भोजन कराया.''