नर्मदापुरम। स्कूल शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों से अधिक वसूल की गई फीस की जानकारी और स्कूल सहित अन्य जानकारियां पोर्टल पर अपलोड कराने को लेकर निजी स्कूलों निर्देश दिए है. निजी स्कूलों द्वारा वसूली गई अधिक फीस वापस कराने की कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है. इस कार्रवाई के विरोध में जिले में निजी स्कूल संचालकों ने 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है. वहीं नर्मदापुरम पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान हड़ताल को गलत कदम बताया है.
15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे निजी स्कूल
नर्मदापुरम में निजी स्कूल संचालकों द्वारा 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की गई है. बता दें कि जिला शिक्षा विभाग द्वारा लगातार अधिक फीस वसूली करने वाले निजी स्कूलों पर कार्रवाई जारी है. वहीं अधिक फीस वसूली करने वाले निजी स्कूलों को फीस वापस करने के निर्देश दिए गए हैं. इसी कार्रवाई के चलते निजी स्कूल संगठन द्वारा निर्णय लिया कि 15 जुलाई से निजी स्कूल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.
हर समस्या का निराकरण बातचीत है: स्कूल शिक्षा मंत्री
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा मंत्री ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि 'मुझे लगता है कि स्कूल संचालक देश की व्यवस्था का सबसे जिम्मेदार आदमी होता है. वह अगर हड़ताल पर जाने का गैर जिम्मेदार निर्णय करेगा तो इसका परिणाम भी ठीक नहीं होगा. मेरा उनसे आग्रह है आपको अगर किसी प्रकार की समस्या है, तो उसका निराकरण बातचीत से हो सकता है. यदि किसी किस्म की विसंगति होती है, तो आपके माध्यम से मैं कहना चाहता हूं कि हमको आगे आकर बातचीत करना चाहिए.'
शिक्षा व्यवस्था में हड़ताल कतई स्वीकार नहीं
हम आगे आकर पोर्टल पर काम कर रहे हैं. अभी उम्र का बंधन था, इन विसंगतियों के कारण एडमिशन में दिक्कत आ रही थी. मध्य प्रदेश वह पहला राज्य है. जिसने 31 सितंबर तक की कैंपिंग की है. आगे भी इसको बढ़ाने का काम किया है, नर्सरी में फर्स्ट क्लास में सिक्स में व नौवीं में हमने चार चार पांच पांच माह की छूट दी. जो बच्चा 31 सितंबर को 6 साल का होगा उसे भी एडमिशन का अधिकार होगा. वैसे ही जैसे कोई बच्चा अप्रैल में 6 साल का हो रहा है. सारी चीज जो ध्यान में आ रही है उनका निराकरण कर रहे हैं. उनकी जो दिक्कतें हैं सरकार उसका भी निराकरण करेगी, लेकिन हड़ताल खास करके स्कूल एजुकेशन छोटे बच्चों को जो शिक्षा ज्ञान देने का काम कर रहे हैं उस व्यवस्था में हड़ताल कतई स्वीकार योग्य नहीं है.