नर्मदापुरम। सिवनी-मालवा तहसील मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर स्थित पीपलठोन गांव में नदी पर पुल नहीं होने की वजह से स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गांव के बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रतिदिन नदी पार करके जाना पड़ता है. जिससे बच्चों को नदी पार करने के दौरान हादसे का डर हमेशा बना रहता है. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत से लेकर कलेक्टर तक शिकायत की गई लेकिन नदी पर पुल नहीं बन पाया है.
जान जोखिम में डाल बच्चे पार करते हैं नदी
ग्रामीणों ने बताया कि पीपलठोन ग्राम पंचायत में न तो कोई स्कूल है और न ही ग्राम पंचायत भवन है. यहां के बच्चे पढ़ने के लिए जान जोखिम में डाल प्रतिदिन नदी पार करते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि इस समस्या के लिए ग्राम पंचायत से लेकर जिला कलेक्टर तक को शिकायत कर पुल बनाने की मांग की गई, परन्तु अब तक नदी पर पुल नहीं बन पाया है. कुछ माह पूर्व जिला पंचायत सीईओ ने निरीक्षण कर पुल बनाने की बात कही थी. लेकिन उसके बाद भी अभी तक कुछ नहीं हो पाया है. लोगों ने बताया कि बारिश में नदी में अधिक पानी आ जाता है तो बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते हैं. वहीं, नदी में बाढ़ के दौरान ग्रामीण भी गांव से बाहर नहीं जा पाते हैं.
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गांव में 50 परिवार करते हैं निवास
ग्राम पंचायत सरपंच उमेश अंकिले ने बताया कि "जब से सरपंच बना हूं, मैं प्रयास कर रहा हूं कि यहां पुल बनाया जाए. गांव में 50 परिवार रहते हैं. कई बार बारिश के समय गर्भवती महिलाओं को लाने, ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. हमारी मांग है कि जल्द से जल्द यहां पुल बनाया जाए जिससे ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान हो सके." इस बारे में जनपद पंचायत सीईओ श्रुति चौधरी ने बताया कि "बीते दिन जिला पंचायत सीईओ ने निरीक्षण किया था जिसके बाद उनके निर्देश पर हमने एस्टीमेट बना कर भेज दिया है. पुल की लागत अधिक है इसलिए उसे किसी अन्य निधि से स्वीकृत किया जायेगा."