भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में 360 डिग्री का परिवर्तन होने को है. ऐसा इसलिए क्योंकि कमलनाथ और उनके पुत्र नकुलनाथ के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के करीब 10 विधायक और कई पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक भाजपा का दामन थामने वाले हैं. कमलनाथ ने अपना छिंदवाड़ा का 5 दिनों का दौरा रद्द कर दिया है और भोपाल आ गये हैं और संभवत: शनिवार को वो दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं.
नकुलनाथ ने अपने X से कांग्रेस हटाया और फेसबुक कवर भी बदला
नकुलनाथ द्वारा अपने X हैंडल से कांग्रेस हटाया जाना अपने आप में एक संकेत हैं कि वे अब कांग्रेस को अलविदा कहने को हैं. इसके अलावा नकुलनाथ ने अपने फेसबुक कवर को बदलकर राष्ट्र ध्वज तिरंगा लिए हुए एक फोटो लगा दी है, जो दोतक है कि उन्होंने भाजपा की राष्ट्रवादी विचारधारा को अंगीकार कर लिया है.
दिल्ली में BJP नेताओं से कर सकते हैं मुलाकात
कमलनाथ ने चौथे दिन के कार्यक्रम निरस्त कर दिल्ली जाने का प्लान बना लिया है. वहीं आज शनिवार से बीजेपी का दो दिन का राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो रहा है और ऐसे वक्त कमलनाथ का दिल्ली पहुंचना उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को और हवा दे रहा है. मना जा रहा है कि भाजपा के इस अधिवेशन में कमलनाथ भाजपा का दामन थामकर कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते हैं.
छिंदवाड़ा की सीट से नकुलनाथ भाजपा के टिकट पर लड़ेंगे चुनाव
जानकारों की मानें तो कमलनाथ भले ही बीजेपी में न जाए लेकिन उनके पुत्र नकुलनाथ का बीजेपी में जाना तय है. वो लगातार जिस तरह से सॉफ्ट बयान बाजी कर रहे हैं उससे सियासी हलकों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अब छिंदवाड़ा की सीट से नकुलनाथ कांग्रेस से नहीं बल्कि बीजेपी से हाथ आजमायेंगे.
राज्यसभा में जाना चाहते थे कमलनाथ
उनके करीबियों की माने तो कमलनाथ अब एमपी की पॉलिटिक्स में ज्यादा रुचि नहीं रख रहे हैं और वो दिल्ली में राजनीति करना चाहते हैं. लेकिन कांग्रेस से उनको राज्यसभा नहीं भेजा गया. पार्टी ने ओबीसी चेहरा अशोक सिंह को राज्यसभा भेजा है. हालांकि कमलनाथ ने राज्यसभा जाने से साफ इंकार कर दिया था और कहा कि मुझे राज्यसभा जाने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
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अमित शाह से लेकर कई दिग्गजों ने संभाली थी छिंदवाड़ा की कमान
बीजेपी ने कमलनाथ को घेरने के लिए केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारी दी थी. इनमें खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मॉनिटरिंग में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, एल मुरुगन, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी, कविता पाटीदार, केंद्रीय मंत्री भानुप्रताप सिंह वर्मा, फग्गन सिंह कुलस्ते, स्मृति ईरानी के अलावा रविशंकर प्रसाद और कई नेताओं ने प्रचार किया. इसमें बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को तो छिंदवाड़ा का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था. हालांकि छिंदवाड़ा को बीजेपी लहर के बाद भी भाजपा नहीं ढहा पाई. जिले की सातों सीटें कांग्रेस ने जीती थीं.