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मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपी ने 11 साल बाद जेल से बाहर आकर की हत्या, गिरफ्तारी के बाद सामने आई ये बात - husband wife arrested for murder - HUSBAND WIFE ARRESTED FOR MURDER

Husband wife arrested for murder: गाजियाबाद में एक हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें आरोपी मुजफ्फरनगर दंगे में शामिल रह चुका है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने राज उगला, जिसमें हत्या का कारण भी सामने आया. जानिए पूरा मामला...

गाजियाबाद में हत्यारोपी पति पत्नी गिरफ्तार
गाजियाबाद में हत्यारोपी पति पत्नी गिरफ्तार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 20, 2024, 8:13 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी थाने की पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी गुलफाम और शहनाज को गिरफ्तार किया, जो कि पति-पत्नी हैं. दरअसल, गुलफाम दंगे के एक मामले में 11 साल जेल में बंद था, जिसने हाल ही में रिहा होने के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल डंडा, मृतक राशिद का मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद किए हैं.

बताया गया कि घटना बीते 17 सितंबर की है, जब एक महिला ने अपने पति (राशिद) का शव खेत में मिलने की रिपोर्ट दर्ज कराई. इस पर पुलिस ने तीन टीमें बनाकर जांच शुरू की. इसके बाद गुलफाम और शहनाज को शुक्रवार को सिकरौरा गांव से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में सामने आया कि गुलफाम मुजफ्फरनगर के दंगे में शामिल था. इसके लिए वह 11 साल तक जेल में बंद रहा. इस साल पांच अगस्त को जेल से बाहर आने के बाद उसने राशिद की हत्या कर दी. जेल में गुलफाम की मुलाकात महताब नामक व्यक्ति से हुई, जो उसका करीबी बन गया था. महताब और उसकी पत्नी शहनाज ने ही गुलफाम की जमानत कराई थी.

इसलिए की हत्या: आरोपी ने कबूलनामे में बताया कि राशिद के बेटे ने सुहैल (अन्य आरोपी) का फोन चोरी करने की बात कबूली थी. इसके बाद से महताब व अन्य उस पर पैसे देने के लिए दबाव बना रहे थे. इसके चलते वह घर से भाग गया. जब वह वापस नहीं लौटा तो राशिद ने धमकी दी की अगर उसका बेटा वापस नहीं आया तो वो सबको जेल भिजवा देगा. इसके बाद आरोपी गुलफाल महताब के घर गया, जहां उन लोगों ने राशिद की हत्या की योजना बना डाली.

यह भी पढ़ें- धोखाधड़ी और जबरन धर्म परिवर्तन मामले में गाजियाबाद पुलिस ने मौलवी को किया गिरफ्तार

दो आरोपी अब भी फरार: कुछ देर बाद राशिद को डंडा लिए महताब के मकान के पीछे से जाते हुए देखा गया. इसके बाद जावेद, गुलफाम, सुहैल मिलकर राशिद को पकड़कर ले गए और उससे जमकर मारपीट की. इसमें राशिद की मौत हो गई. इसके बाद आरोपियों ने शव को धान के खेत में फेंक दिया. वहीं, राशिद के मोबाइल को मिट्टी में दबाकर डंडे को झाड़ियों में छिपा दिया गया. हत्या की खबर फैलने के बाद तीनों फरार हो गए थे, लेकिन बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं राशिद के बेटे के बारे में अबतक जानकारी नहीं है. आरोपी सुहैल और जावेद अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

यह भी पढ़ें- नोएडा के प्राइवेट अस्पताल में दो युवकों ने गार्ड को पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी थाने की पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी गुलफाम और शहनाज को गिरफ्तार किया, जो कि पति-पत्नी हैं. दरअसल, गुलफाम दंगे के एक मामले में 11 साल जेल में बंद था, जिसने हाल ही में रिहा होने के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल डंडा, मृतक राशिद का मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद किए हैं.

बताया गया कि घटना बीते 17 सितंबर की है, जब एक महिला ने अपने पति (राशिद) का शव खेत में मिलने की रिपोर्ट दर्ज कराई. इस पर पुलिस ने तीन टीमें बनाकर जांच शुरू की. इसके बाद गुलफाम और शहनाज को शुक्रवार को सिकरौरा गांव से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में सामने आया कि गुलफाम मुजफ्फरनगर के दंगे में शामिल था. इसके लिए वह 11 साल तक जेल में बंद रहा. इस साल पांच अगस्त को जेल से बाहर आने के बाद उसने राशिद की हत्या कर दी. जेल में गुलफाम की मुलाकात महताब नामक व्यक्ति से हुई, जो उसका करीबी बन गया था. महताब और उसकी पत्नी शहनाज ने ही गुलफाम की जमानत कराई थी.

इसलिए की हत्या: आरोपी ने कबूलनामे में बताया कि राशिद के बेटे ने सुहैल (अन्य आरोपी) का फोन चोरी करने की बात कबूली थी. इसके बाद से महताब व अन्य उस पर पैसे देने के लिए दबाव बना रहे थे. इसके चलते वह घर से भाग गया. जब वह वापस नहीं लौटा तो राशिद ने धमकी दी की अगर उसका बेटा वापस नहीं आया तो वो सबको जेल भिजवा देगा. इसके बाद आरोपी गुलफाल महताब के घर गया, जहां उन लोगों ने राशिद की हत्या की योजना बना डाली.

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दो आरोपी अब भी फरार: कुछ देर बाद राशिद को डंडा लिए महताब के मकान के पीछे से जाते हुए देखा गया. इसके बाद जावेद, गुलफाम, सुहैल मिलकर राशिद को पकड़कर ले गए और उससे जमकर मारपीट की. इसमें राशिद की मौत हो गई. इसके बाद आरोपियों ने शव को धान के खेत में फेंक दिया. वहीं, राशिद के मोबाइल को मिट्टी में दबाकर डंडे को झाड़ियों में छिपा दिया गया. हत्या की खबर फैलने के बाद तीनों फरार हो गए थे, लेकिन बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं राशिद के बेटे के बारे में अबतक जानकारी नहीं है. आरोपी सुहैल और जावेद अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

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