नई दिल्ली: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके में एक बदमाश के सनसनीखेज मर्डर मामले को क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. इस हत्या के मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों में से क्राइम ब्रांच की वेस्टर्न रेंज-II की टीम ने एक आरोपी को धौला कुआं से गिरफ्तार किया है. दूसरे फरार आरोपी मेहकार की अभी पुलिस तलाश में जुटी हुई है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान आशीष चौधरी (23) के रूप में हुई है. आरोपी आशीष चौधरी ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर न्यू उस्मानपुर थाने के घोषित बदमाश विक्की की गत 15 जून को हत्या कर दी थी. इस मामले में स्थानीय पुलिस ने दीपक, मोनू और एक सीसीएल को गिरफ्तार कर लिया जबकि आशीष चौधरी और मेहकार फरार हो गय़ा.
15 अगस्त को जगप्रवेश चंद्र अस्पताल में विक्की नाम के शख्स को किया गया था भर्ती
क्राइम ब्रांच डीसीपी सतीश कुमार के मुताबिक न्यू उस्मान पुर थाने को 15 अगस्त को जगप्रवेश चंद्र अस्पताल में झगड़े के संबंध में पीसीआर कॉल मिली थी. इसके बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए और पता चला कि विक्की नाम के शख्स का गली नंबर 2, पहला पुश्ता, न्यू उस्मान पुर, दिल्ली को जेपीसी अस्पताल लाया गया है जिसको मृत घोषित कर दिया गया. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी आशीष चौधरी ने मेहकर, दीपक, मोनू और एक सीसीएल के साथ मिलकर विक्की की हत्या की थी. मृतक विक्की न्यू उस्मानपुर थाने का बीसी था. इस मामले में तीन को पुलिस ने पकड़ लिया था बाकी दो मौके से फरार हो गए. इन दोनों आरोपियों आशीष और मेहकार को कड़कड़डूमा कोर्ट ने 2 अगस्त को पीओ घोषित किया था. अपराधी को पकड़ने के लिए दिल्ली के धौला कुआं में जाल बिछाया गया.
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर की कार्रवाई
न्यू उस्मानपुर मर्डर मामले में वांछित भगोड़े आशीष चौधरी को पकड़ने के लिए एसीपी/वेस्टर्न रेंज-II रविंद्र कुमार की कड़ी निगरानी में इंस्पेक्टर पवन सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई. टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी अपने किसी साथी से मिलने के लिए धौला कुआं, दिल्ली आने वाला है. अपराधी को पकड़ने के लिए दिल्ली के धौला कुआं में जाल बिछाया गया और उसको धरदबोचने में कामयाबी हासिल हुई. पुलिस की मौजूदगी का अंदाजा लगाकर आरोपी मेन सड़क की ओर भागा और दूसरी साइड में भागने का प्रयास किया. मेन सड़क पर भारी ट्रैफिक होने के बावजूद कांस्टेबल मनोज ने आरोपी का पीछा करना नहीं छोड़ा और ट्रेफिक के बीच ही अपनी जान जोखिम में डालकर उसको दबोचने लिया.
मृतक बदमाश ने की थी फरार आरोपी मेहकार की भतीजी की हत्या
पूछताछ के दौरान आरोपी ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए आगे खुलासा किया कि 2010 में मृतक विक्की और उसके भाई संजय को एक अन्य आरोपी मेहकार की भतीजी के मर्डर में गिरफ्तार किया गया था. विक्की और संजय का मेहकार की भतीजी से पैसों को लेकर कुछ विवाद था. तभी से उनके बीच प्रतिद्वंद्विता चली आ रही थी. विक्की साल 2015 में जमानत पर बाहर आया था और तभी से आरोपी विक्की को खत्म करने की फिराक में था. मार्च 2024 में आरोपियों ने मृतक विक्की के भाई संजय की भी हत्या कर दी थी. संजय साल 2017 में जमानत पर बाहर आया था.
बुरी संगत से बचाने को आरोपी को परिजनों ने भेज दिया था संभल
आरोपी आशीष चौधरी का मूल रूप से न्यू उस्मान पुर गांव, दिल्ली का है. उसने 10वीं कक्षा तक नव ज्ञान पब्लिक स्कूल, न्यू उस्मानपुर में पढ़ाई की. स्कूल छोड़ने के बाद आरोपी बुरी संगत में पड़ गया. आरोपी ने जब पहली बार सुल्तान नाम के शख्स के मर्डर में शामिल हुआ उस वक्त वह किशोर था जिसको न्यू उस्मानपुर के सचिन ने बेरहमी से चाकू मारे थे. इसके बाद आरोपी को उसके परिजनों ने यूपी के संभल भेज दिया. कुछ महीने पहले ही वह दिल्ली वापस आया था और फिर से आपराधिक वारदातों में शामिल हो गया.
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