नई दिल्ली: इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से साल का पहला महीना मोहर्रम के रूप में होता है. इस्लाम धर्म के लोग इस महीने को गम का महीना मानते हैं. इस दिन मुसलमान शिया समुदाय के लोग जुलूस निकालते हैं. इसी कड़ी में आज देश भर में मोहर्रम का जुलूस निकाला गया.
वहीं, राजधानी दिल्ली के भी कई इलाकों में मोहर्रम का जुलूस निकाला गया, जिसको लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट दिखी. ट्रैफिक पुलिस द्वारा जुलूस से पहले एडवाइजरी भी जारी कर दी गई थी, ताकि लोग अपने गंतव्य तक सही समय पर पहुंच सकें.
दक्षिणी दिल्ली में भी इस्लाम धर्म के मानने वाले लोगों ने ताजिया का जुलूस निकाला. जुलूस शांतिपूर्वक तरीके से निकाला गया. जुलूस के दौरान दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक बल के जवानों की भारी संख्या में तैनाती रही. जुलूस को देखते हुए ट्रैफिक जाम की व्यस्था ना बने इसके लिए ट्रैफिक पुलिस भी मुस्तैद नजर आईं.
मीडिया से बात करते हुए मोहम्मद शेख इदरीशी ने बताया कि आज मोहर्रम का दिन है. इमाम हुसैन की शहादत के तौर पर इस दिन को गम के रूप में मनाया जाता है. आज बड़े शांतिपूर्वक भाईचारा से जुलूस निकाला जा रहा है. मैं यही कहना चाहूंगा देश में सुख, शांति, समृद्धि और भाईचारा बना रहे. वहीं, मोहम्मद इरशाद ने बताया कि इमाम साहब की याद में आज जुलूस निकाला जा रहा है. दिल्ली पुलिस का धन्यवाद करना चाहूंगा. इस जुलूस को निकालने में उनका पूरा सहयोग मिला है. पूरी दिल्ली में पुलिस शांति व्यवस्था बनवाई हुई है.
औसाद हुसैन ने बताया कि आज गम का दिन है. कर्बला जंग के वाक्य को याद करते हुए हम इस दिन लोगों को पानी पिलाते हैं. हमारे देश में भाईचारे की जरूरत है. बता दें कि हर साल संगम विहार, तिगड़ी, सनी बाजार, रतिया, मार्ग, राजू पार्क मेहरौली इन तमाम इलाकों से ताजिया का जुलूस निकाला जाता है. इस दौरान जुलूस में हजारों की संख्या में इस्लाम धर्म के लोग शामिल होते हैं.