थराली: चमोली जिले में बारिश का दौर जारी है. बारिश की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ग्रामीण सड़कें भी बंद हो रही है. ताजा मामला कुहेड़-मैठाणा-मथरपाल सड़क का है. जहां धारकोट क्षेत्र में गैस गोदाम के पास भारी मात्रा में मलबा आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया. आलम ये हो गया कि पानी बहने से सड़क गदेरे में तब्दील हो गई. सड़क पर मटमैला पानी बहता देख लोगों के होश उड़ गए. वहीं, गरमथा तोक के पास हो रहे भूस्खलन से सड़क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया.
बता दें कि पहाड़ी क्षेत्रों में आमतौर पर देखा जाता है कि सड़क कटिंग के बाद डंपिंग जोन न बनाए जाने से मलबा जगह-जगह डाल दिया जाता है. जिससे तेज बरसात होते से सड़क कटिंग का मलबा सड़क को बंद कर देता है. इतना ही नहीं सड़क कटिंग के दौरान डंपिंग जोन न होने के चलते मलबे को गदेरे में फेंक दिया जाता है. यही मलबा बरसात के समय मुसीबत का कारण बनती है, लेकिन विभाग सड़क कटिंग के दौरान ध्यान नहीं देता है.
बिना डंपिंग जोन के ही मलबा डंप किया जाता है. ऐसे में लाखों रुपयों की वन संपदा को तो नुकसान होता ही है. साथ ही करोड़ों रुपयों से बनी सड़क भी लापरवाही की भेंट चढ़ जाती है. इसी कड़ी में कुहेड़-मथरपाल सड़क का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें सड़क पर पानी इस कदर बह रहा है, जैसे सड़क नहीं गदेरा हो. पानी अपने साथ छोटे पत्थर, मलबा आदि भी बहाकर ले जाता दिख रहा है.
जगह-जगह भूस्खलन की जद में ग्रामीण सड़कें: वहीं, गांव के बीचों बीच तेज बहाव से बह रहा सड़क पर पानी लोगों को डरा रहा है. इसके अलावा आवाजाही पूरी तरह ठप होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. लगातार बारिश से चमोली के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार भूस्खलन जैसी समस्याएं पैदा हो गई है. भारी बारिश के चलते ग्रामीण सड़क जगह-जगह भूस्खलन की जद में है.
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