चंडीगढ़: मौसम विभाग ने एक बार फिर से 4 अक्टूबर 2024 यानी आज के लिए हरियाणा में बारिश का अलर्ट जारी किया है. ताजा जारी रिपोर्ट के मुताबिक हिसार, भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल जिला शामिल है. मौसम विभाग ने 5 अक्टूबर को भी हरियाणा में बारिश की संभावना जताई है. जिसकी वजह से किसानों की परेशानी बढ़ सकती है. क्योंकि उनकी फसल पक कर तैयार हो चुकी है.
WEATHER WARNING AND RAINFALL MAP #PUNJAB #HARYANA DATED 03-10-2024 pic.twitter.com/AEhEUpQqff
— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) October 3, 2024
हरियाणा में बारिश का अलर्ट? हरियाणा में मानसून के इस सीजन में अभी तक 406.1 एमएम बारिश हुई है. जो सामान्य 428.7 एमएम से 5 प्रतिशत कम है. इस सीजन में मेवात, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम से सबसे ज्यादा वहीं अंबाला, कैथल, करनाल, पंचकूला और यमुनानगर में सबसे कम बारिश दर्ज गई है. इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में हरियाणा के कुछ जिलों में बारिश की संभावना जताई है.
इस बार चंडीगढ़ में 710.4 एमएम तक बारिश की गई है. वहीं पंजाब में इस बार 314 एमएम बारिश दर्ज की गई है. सामान्य तौर पर पंजाब में हर साल 439 एमएम के आस पास बारिश होती है.
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हरियाणा मानसून अपडेट: चंडीगढ़ की बात करें, तो मानसून अक्सर 27 से 30 सितंबर तक विदाई ले लेता है, लेकिन इस बार अक्टूबर के पहले हफ्ते तक मानसून अपनी इस साल की विदाई लेगा. हरियाणा और पंजाब में भी 5 अक्टूबर को मानसून ने विदाई ली है. चंडीगढ़ मौसम केंद्र के अनुसार इस साल पूरे शहर में 28 जून को मानसून ने दस्तक दी थी और 2 अक्टूबर तक इसकी विदाई की आधिकारिक घोषणा की गई है.
चंडीगढ़ में 16 फिसदी कम हुई बारिश: इस मानसून सीजन चंडीगढ़ में 710 एमएम बारिश हुई, जबकि सामान्य रूप से सीजन में 844 एमएम बारिश होती है. इस साल 16 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई. वहीं चंडीगढ़ में जून महीने में सिर्फ 11 एमएम बारिश हुई. जबकि सामान्य तौर पर इस महीने 155 एमएम तक बारिश होती है. इस बार जून महीने में 92 फीसदी बारिश कम हुई है. जुलाई महीने में भी सामान्य तौर पर 273 एमएम के करीब बारिश होती है लेकिन इस बार सिर्फ 178.2 एमएम बारिश ही हुई. ये सामान्य से 35 फीसदी कम है.
हरियाणा में मानसून की हुई विदाई: भले ही हरियाणा में मानसून की विदाई हो गई हो, इसके बावजूद भी 4 अक्टूबर यानी आज से मौसम में बदलाव हो सकता है. पिछले सात सालों में देखा गया है कि 2017 के बाद से साल 2022 में सबसे जल्दी मानसून की वापसी 20 सितंबर को हुई थी. वहीं, 2021 में 6 अक्टूबर को सबसे देर से मानसून की वापसी हुई थी. पिछले साल 2023 में 25 सितंबर को मानसून की वापसी धीमी गति से शुरू हुई थी. जिसमें दिल्ली से मानसून की अंतिम विदाई अक्टूबर के पहले सप्ताह में हुई थी.