सिरसा: हरियाणा में मानसून ने दस्तक दे दी है. बारिश के चलते हरियाणा भर से जलभराव की तस्वीरें सामने आ रही है. नदियां और नाले भी उफान पर चल रहे हैं. जिसके चलते सिरसा के लोगों को एक बार फिर से बाढ़ का डर सता रहा है. ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाया है कि बाढ़ से बचाव के लिए उचित प्रबंध नहीं किए गए हैं. ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन हर बार बाढ़ से बचाव के लिए दावे करता रहता है, लेकिन प्रशासन के दावे हर बार फेल हो जाते हैं.
सिरसा में बाढ़ का खतरा! लोगों ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है, लेकिन सिरसा जिला प्रशासन ने अभी तक बाढ़ से बचाव के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं किए. जिससे एक बार फिर से सिरसा में बाढ़ का डर सता रहा है. उन्होंने कहा कि घग्गर नदी के किनारे कई गांवों में कच्चे तटबंध और पुल हैं. ज्यादा पानी आने के कारण यहां ज्यादा खतरा बना रहता है. प्रशासन को कई बार इस बाबत सूचित किया गया है, लेकिन प्रशासन कोई सुनवाई नहीं करता है.
रणजीत चौटाला ने किया निरीक्षण: सिरसा में बाढ़ की संभावनाओं के चलते अब सरकार और प्रशासन ने निरीक्षण का सिलसिला शुरू कर दिया है. हरियाणा कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने घग्गर नदी के किनारे लगते गांवों का दौरा किया और प्रशासनिक अधिकारियों को उचित प्रबंध करने के आदेश दिए. मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के साथ मौके पर ADC विवेक भारती, SDM राजेंद्र सिंह, बिजली बोर्ड के एसई राजेंद्र सभरवाल, सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.
अधिकारियों ने किया दौरा: इस मौके पर सरकार में मंत्री और अधिकारियों ने करीब आधा दर्जन गांवों का दौरा किया और बाढ़ से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया. कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि सिरसा में फिलहाल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है, लेकिन कुदरत का कहर किस कद्र फैल जाए. किसी को नहीं पता, लेकिन फिर भी सिरसा जिला के सभी अधिकारियों को बाढ़ से बचाव के लिए उचित प्रबंध करने के आदेश दिए गए हैं.
कैबिनेट मंत्री ने किया पुख्ता प्रबंध का दावा: कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पिछले साल भी बाढ़ से बचाव के लिए सिरसा जिला प्रशासन ने बेहतरीन काम किया था. जिसकी बदौलत सिरसा में बाढ़ का प्रभाव कुछ गांवों तक ही सीमित रह गया था. इस बार मानसून शुरू होते हुए, सिरसा जिला प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए व्यापक प्रबंध कर लिए है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि सिरसा में इस बार बाढ़ का कोई प्रभाव नहीं आएगा.